Bihar Police: पटना में डीजीपी ने किया SC/ST अधिनियमों पर कार्यक्रम का उद्घाटन, लापरवाही करने वाले पुलिसकर्मियों को दी सख्त चेतावनी
Bihar Police: बिहार में 1995 में 10 जिलों में SC/ST थानों को सक्रिय किया गया था, जबकि 2013 में शेष 30 जिलों में भी इन्हें स्थापित किया गया। वर्तमान में राज्य के सभी 40 जिलों में अत्याधुनिक SC/ST थाने क्रियाशील हैं।

Bihar Police: बिहार के पुलिस महानिदेशक (DGP) विनय कुमार ने सोमवार को पटना के बेली रोड स्थित सरदार पटेल भवन पुलिस मुख्यालय में SC/ST (अत्याचार निवारण) अधिनियमों से संबंधित मामलों पर एक विशेष कार्यक्रम का उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि बिहार में अनुसूचित जाति एवं जनजाति (SC/ST) मामलों की निगरानी के लिए विशेष व्यवस्था की गई है।
बिहार में 40 SC/ST थाने क्रियाशील
डीजीपी विनय कुमार ने बताया कि पहले CID के तहत SC/ST मामलों की निगरानी की जाती थी, जिसे अब "अनुश्रवण कोषांग" के रूप में जाना जाता है। बिहार में 1995 में 10 जिलों में SC/ST थानों को सक्रिय किया गया था, जबकि 2013 में शेष 30 जिलों में भी इन्हें स्थापित किया गया। वर्तमान में राज्य के सभी 40 जिलों में अत्याधुनिक SC/ST थाने क्रियाशील हैं, जो सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाते हैं। उन्होंने कहा कि जल्द ही बाकी निर्माणाधीन थाने भी शुरू कर दिए जाएंगे। केंद्र सरकार के सोशल जस्टिस एंड इंपावरमेंट मंत्रालय की वेबसाइट के अनुसार, देशभर में कुल 140 SC/ST थाने हैं, जिनमें से 40 सिर्फ बिहार में हैं।
SC/ST मामलों की जांच में लापरवाही बर्दाश्त नहीं
डीजीपी ने बताया कि SC/ST पीड़ित सामान्य थानों में भी अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं। इसके अलावा, SC/ST थानों में अनुसूचित जाति एवं जनजाति के ही अधिकारी तैनात किए गए हैं। बिहार में "मुक्त पंजीकरण" प्रणाली लागू होने के बाद ऐसे मामलों में तेजी से वृद्धि हुई है। पहले जहां सालाना 3,000 मामले दर्ज होते थे, अब यह संख्या बढ़कर 7,000 हो गई है। उन्होंने अनुसंधानकर्ताओं को सख्त चेतावनी देते हुए कहा कि SC/ST मामलों में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। किसी भी हाल में कानूनी प्रक्रिया का पालन करना होगा और मनमानी नहीं चलेगी। जो भी अधिकारी लापरवाही बरतेंगे, उन पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
महिला डॉक्टर सुरभि राज हत्याकांड पर बोले डीजीपी
पटना में हाल ही में हुए महिला डॉक्टर सुरभि राज हत्याकांड पर डीजीपी ने कहा कि यह एक जटिल मामला है, जिसकी जांच कई एंगल से की जा रही है। पटना पुलिस फोरेंसिक टीम के साथ मिलकर साक्ष्य जुटा रही है और सभी संभावित पहलुओं पर जांच जारी है। उन्होंने बताया कि इस मामले में तकनीकी और पारंपरिक (ट्रेडिशनल) जांच दोनों जारी हैं। जल्द ही सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर मामले का खुलासा किया जाएगा। फिलहाल, पूछताछ का दौर जारी है।
पटना से अनिल की रिपोर्ट