बिहार में खनन क्षेत्र की संभावनाओं पर विमर्श, रोजगार और राजस्व वृद्धि पर जोर, विशेषज्ञों ने बताया कैसे बढ़ेगी बिहार की आय

बिहार में खनन क्षेत्र की संभावनाओं पर विमर्श, रोजगार और राजस

Patna  - उप मुख्य (खान एवं भूतत्व) मंत्री विजय कुमार सिन्हा की अध्यक्षता में आज बिहार राज्य में खनन क्षेत्र की संभावनाओं पर एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में खनन क्षेत्र के विकास, इसके माध्यम से राज्य में राजस्व वृद्धि और रोजगार सृजन की संभावनाओं पर गहन चर्चा हुई।  

बैठक में अरुण कुमार, वरिष्ठ प्रबंधक (भू-भौतिकी), एमईसीएल, नागपुर; नवीन आरआर, वैज्ञानिक अधिकारी, क्षेत्रीय खान नियंत्रक, आईबीएम, रांची; संदीप कुमार सिंह; बलराम भादू, बिड निगरानी ग्रुप प्रमुख, ओएनजीसी लिमिटेड, देहरादून; विभाग के सचिव, निदेशक सहित अन्य वैज्ञानिक और विभागीय पदाधिकारी उपस्थित रहे।  बैठक के दौरान उपस्थित विशेषज्ञों ने खनन क्षेत्र में बिहार की संभावनाओं और तकनीकी प्रगति से संबंधित संक्षिप्त प्रस्तुतियाँ दीं।

उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने कहा, "बिहार में प्रमुख खनिजों का खनन राज्य की आर्थिक प्रगति के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। यह न केवल राजस्व में वृद्धि कर रहा है, बल्कि स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर भी सृजित कर रहा है। बिहार पहली बार प्रमुख खनिजों के भारत के नक्शे पर आया है, और आज 11 ब्लॉकों पर चिंतन किया गया है। हमारा लक्ष्य बिहार को खनन क्षेत्र में एक अग्रणी राज्य के रूप में स्थापित करना है। इसके लिए सरकार हर संभव सहायता प्रदान करेगी, जिसमें निवेश को प्रोत्साहन और पर्यावरणीय संतुलन को सुनिश्चित करना शामिल है।" उन्होंने आगे कहा, "हमारी सरकार खनन क्षेत्र में पारदर्शिता और जवाबदेही को बढ़ावा देगी ताकि यह क्षेत्र बिहार की अर्थव्यवस्था का मजबूत आधार बन सके।"  

श्री सिन्हा ने आगे कहा कि आज दुर्लभ मृदा तत्त्व और रणनीतिक महत्त्व के खनिजों की भूमिका देश के तीव्र विकास की अहम जरूरत बन गई है। इसीलिए बीते 15 अगस्त को आदरणीय प्रधानमंत्री जी ने लाल किले की प्राचीर से नेशनल क्रिटिकल मिशन के शुभारंभ की घोषणा की है। जिसके तहत देशभर के 1200 स्थानों पर रणनीतिक महत्त्व के खनिजों से जुड़ा अभियान चल रहा है। हमारी डबल इंजन सरकार का प्रयास है कि बिहार भी इस महत्त्वाकांक्षी परियोजना का अहम भागीदारी बने । इसी सोच के साथ हमने राज्य का अपना खनिज अन्वेषण विंग भी गठित किया है ।

बैठक में खनन क्षेत्र में तकनीकी प्रगति, पर्यावरणीय संतुलन और सतत विकास पर भी चर्चा हुई। यह कदम बिहार को खनन क्षेत्र में एक प्रमुख केंद्र के रूप में स्थापित करने की दिशा में महत्वपूर्ण है। इसी सोच से हमने राज्य में  विशेष रूप से खनिज अन्वेषण विंग भी बनाया है ।