Patna News : बिग अपोलो स्पेक्ट्रा हॉस्पिटल में ईको कार्डियोग्राफी कार्यशाला का हुआ आयोजन, 100 से अधिक चिकित्स्कों ने किया शिरकत
Patna News : पटना में बिग अपोलो स्पेक्ट्रा हॉस्पिटल में ईको कार्डियोग्राफी कार्यशाला का आयोजन किया गया. जिसमें हृदय रोग निदान की महत्वपूर्ण तकनीक ईको-कार्डियोग्राफी की बुनियादी समझ पर विशेष रूप से चर्चा की गयी......पढ़िए आगे

PATNA : पटना के अगमकुआं स्थित प्रतिष्ठित बिग अपोलो स्पेक्ट्रा हॉस्पिटल में लाइव बेसिक ईको-कार्डियोग्राफी वर्कशॉप वॉल्यूम - I का सफलतापूर्वक आयोजन किया गया। इस एक दिवसीय कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य चिकित्सकों को हृदय रोग निदान की महत्वपूर्ण तकनीक ईको-कार्डियोग्राफी की बुनियादी समझ और इसके नवीनतम अनुप्रयोगों से अवगत कराना था। कार्यशाला में बिहार के मेडिकल कॉलेजों एवं निकटवर्ती राज्यों के प्रमुख सर्जनों और रेजिडेंट डॉक्टरों ने भारी संख्या में सम्मलित होकर नई तकनीकों को देखा और समझा। कार्यशाला के दौरान विशेषज्ञों द्वारा ईको-कार्डियोग्राफी की मूल बातें, इको द्वारा वाल्वुलर हृदय रोग का मूल्यांकन और आपातकालीन कक्ष (Emergency Room) में इको के महत्व जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर गहन चर्चा की गई।कार्यशाला के चेयरपर्सन डॉ. एस. एस. चटर्जी, डॉ. बी. पी. सिंह, डॉ. अजय कुमार सिन्हा, डॉ. अमित कुमार जायसवाल, डॉ. नीरज कुमार, डॉ. इश्तियाक अहमद, एवं डॉ. कृष्णा थे, जिनकी देखरेख में कार्यशाला का संचालन किया गया।
कार्यशाला की एक प्रमुख विशेषता लाइव प्रक्रिया का प्रदर्शन था, जिसके माध्यम से उपस्थित डॉक्टरों को तकनीक का व्यावहारिक अनुभव प्रदान किया गया। हॉस्पिटल के कार्डियोलॉजी विभाग के प्रमुख, प्रोफेसर (डॉ.) नीरव कुमार एवं डॉ. कमलेश कुमार ने स्वयं प्रत्यक्ष रूप से इको-कार्डियोग्राफी का प्रदर्शन किया, जिससे उपस्थित चिकित्सक तकनीक की बारीकियों को बेहतर ढंग से समझ सके और इससे अत्यंत लाभान्वित हुए।
इस अवसर पर बिग अपोलो स्पेक्ट्रा हॉस्पिटल के निदेशक, पद्मश्री (डॉ.) विजय प्रकाश ने कार्यशाला के महत्व पर जोर देते हुए कहा, ईको-कार्डियोग्राफी की यह कार्यशाला सभी चिकित्सकों के लिए सीखने का एक सुनहरा अवसर है। इस तकनीक के द्वारा हृदय रोगों का निदान बहुत सुलभ और सटीक हो जाता है, जिससे मरीजों के इलाज में काफी सहायता मिलती है। इस मौके पर चिकित्सा निदेशक डॉ. रश्मि सिंह ने नवीनतम तकनीकों पर अपने व्याख्यान दिए एवं बताया हृदय सम्बंधित समस्याओं की सूक्ष्मता से जाँच करने के लिए यह तकनीक अत्यंत कारगर साबित होगी।