Bihar Teacher News: बिहार की शिक्षिका 15 साल से शिक्षा विभाग को लगा रही थी चूना ! फर्जी दस्तावेज पर 2010 से कर रही नौकरी, खुलासा हुआ तो हिले दो राज्य के अधिकारी...
Bihar Teacher News: बिहार की शिक्षिका पिछले 15 साल से शिक्षा विभाग के साथ बड़ा फर्जीवाड़ा कर रही है। फर्जी दस्तावेज के सहारे नौकरी लेकर शिक्षिका सरकार सेवा का लाभ उठा रही थी वो भी झारखंड की शिक्षिका के फर्जी दस्तावेज पर...

Bihar Teacher News: बिहार में शिक्षा व्यवस्था को सुधारने के लिए तमाम कोशिशें की जा रही है। बावजूद इसके शिक्षा विभाग में कई लापरवाही, खामियां और फर्जीवाड़े का उजागड़ आए दिन होते आया है। एक बार फिर बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है। जहां एक ही सर्टिफिकेट और पैन नंबर का इस्तेमाल कर दो महिलाओं ने अलग-अलग राज्यों में शिक्षिका की नौकरी हासिल कर ली।
झारखंड की शिक्षिका को बिहार की शिक्षिका ने लगाया चूना
मामला तब उजागर हुआ जब झारखंड की असली शिक्षिका ने बैंक से हाउसिंग लोन के लिए आवेदन किया। झारखंड के बोकारो जिले के चास की रहने वाली मनोरमा देवी 2005 से उत्क्रमित मध्य विद्यालय सिंहडीह में सहायक शिक्षिका हैं। हाल ही में उन्होंने स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, चास कोर्ट शाखा में हाउसिंग लोन के लिए आवेदन किया। जांच में चौंकाने वाला खुलासा हुआ कि उनके नाम और पैन नंबर पर पहले ही बिहार के बाढ़ में सात लाख का लोन लिया जा चुका है।
2010 से कर रही नौकरी
वहीं तफ्तीश में सामने आया कि सीवान की रहने वाली दूसरी महिला ने असली मनोरमा के सर्टिफिकेट का इस्तेमाल कर 2010 में बाढ़ में शिक्षिका की नौकरी पा ली। पहले उनकी नियुक्ति नगर परिषद के मध्य विद्यालय हरिजन बाढ़ में हुई थी और बाद में उन्हें कमला कन्या मध्य विद्यालय बाढ़ में पदस्थापित कर दिया गया।
फर्जी शिक्षिका फरार
फर्जी शिक्षिका का नाम भी मनोरमा है और उसकी शादी संजय कुमार पाठक से हुई है। आरोप है कि पति की मदद से ही यह जालसाजी संभव हुई। बैंक की ओर से जब पैन कार्ड मांगा गया तो आरोपी महिला ने पहले बहानेबाजी की और बाद में कार्ड खोने की बात कह दी। शक होने पर बैंक ने विद्यालय जाकर सर्टिफिकेट की जांच की। सभी डिटेल्स — नाम, पिता का नाम, जन्मतिथि और रोल नंबर असली मनोरमा से पूरी तरह मेल खाते थे।
सर्टिफिकेट का गलत इस्तेमाल कर लिया लोन
इस फर्जीवाड़े का पर्दाफाश होने के बाद असली मनोरमा ने 4 सितंबर को बाढ़ पहुंचकर शिक्षा विभाग और पुलिस में लिखित शिकायत दी। उन्होंने कहा कि, मेरे सर्टिफिकेट का गलत इस्तेमाल कर नौकरी और लोन लिया गया है। इसमें जो भी शामिल हैं, उन पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। वहीं, शिक्षा विभाग और पुलिस अब इस पूरे मामले की जांच में जुट गई है।