बिहार का शिक्षा मॉडल को मिली अंतरराष्ट्रीय पहचान, देश के बेस्ट शिक्षा मंत्री बने सुनील कुमार, उच्च शिक्षा निदेशक को मिला यह अवार्ड

शिक्षा मंत्री सुनील कुमार को 'बेस्ट एजुकेशन मिनिस्टर' और उच्च शिक्षा निदेशक डॉ. एनके अग्रवाल को 'नेशनल हायर एजुकेशन एडमिनिस्ट्रेशन एक्सीलेंस अवार्ड' से नवाजा गया है। यह दोहरा सम्मान बिहार के शिक्षा मॉडल और सुधारात्मक पहलों की वैश्विक जीत है।

बिहार का शिक्षा मॉडल को मिली अंतरराष्ट्रीय पहचान, देश के बेस

Patna - राष्ट्रीय राजधानी में आयोजित 46वें विश्व प्रबंधन कांग्रेस (World Management Congress) में बिहार ने एक बड़ी उपलब्धि अपने नाम की है। राज्य के शिक्षा मंत्री सुनील कुमार को शिक्षा के क्षेत्र में उनके क्रांतिकारी सुधारों और दूरदर्शी पहलों के लिए प्रतिष्ठित ‘बेस्ट एजुकेशन मिनिस्टर अवार्ड’ से सम्मानित किया गया है। यह पुरस्कार बिहार की स्कूली शिक्षा, डिजिटल लर्निंग और बुनियादी ढांचे में आए बदलावों की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पुष्टि करता है। 

प्रशासनिक उत्कृष्टता में भी बिहार अव्वल

शिक्षा मंत्री के साथ-साथ, उच्च शिक्षा के क्षेत्र में कड़े प्रशासनिक सुधार और नीतियों के बेहतर क्रियान्वयन के लिए उच्च शिक्षा निदेशक डॉ. एनके अग्रवाल को ‘नेशनल हायर एजुकेशन एडमिनिस्ट्रेशन एक्सीलेंस अवार्ड’ प्रदान किया गया। यह दोहरा सम्मान बिहार सरकार की 'नीति आधारित नवाचार' (Policy-led Innovation) की दिशा में बढ़ते कदमों का परिणाम है। 

सात निश्चय-3 और एजुकेशन सिटी की तैयारी

पुरस्कार ग्रहण करने के बाद डॉ. एनके अग्रवाल ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व की सराहना की। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार 'सात निश्चय-3' के तहत 'उन्नत शिक्षा – उज्ज्वल भविष्य' के मिशन पर काम कर रही है।

  • सेंटर ऑफ एक्सीलेंस : पुराने और प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थानों को आधुनिक तकनीक से लैस कर सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के रूप में विकसित किया जा रहा है।

  • एजुकेशन सिटी : बिहार में एक अत्याधुनिक 'एजुकेशन सिटी' के निर्माण की योजना है, जो उच्च शिक्षा, शोध और कौशल विकास का प्रमुख केंद्र बनेगी।  

    राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) का प्रभावी क्रियान्वयन

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बताया गया कि बिहार राष्ट्रीय शिक्षा नीति को समावेशी और शोधपरक बनाने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। अंतरराष्ट्रीय मंच पर मिली इस पहचान से राज्य के शिक्षकों और छात्रों का मनोबल बढ़ेगा।

उल्लेखनीय है कि इस अंतरराष्ट्रीय समागम का आयोजन कंफेडरेशन ऑफ इंडियन यूनिवर्सिटी और अन्य वैश्विक संस्थाओं के संयुक्त तत्वावधान में किया गया था, जहाँ बिहार के शिक्षा मॉडल की जमकर सराहना हुई।