Bihar News: पटना में भारी बवाल, जदयू कार्यालय के बाहर पहुंचे हजारों प्रदर्शनकारी, सीएम नीतीश के खिलाफ लगाने लगे नारे

Bihar News: राजधानी पटना में एक बार फिर जदयू कार्यालय के बाहर प्रदर्शनकारियों का भारी बवाल देखने को मिला है। सीएम नीतीश ने खिलाफ नारेबाजी करते हुए प्रदर्शनकारी अपनी मांगों को पूरी करने की मांग कर रहे हैं।

जदयू कार्यालय
जदयू कार्यालय के बाहर बवाल- फोटो : social media

Bihar News:  राजधानी पटना में सोमवार को भारी बवाल देखने को मिला। अचानक जदयू कार्यालय के बाहर बिहार राज्य परिचारी संघ के सदस्य पहुंच गए। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने जमकर बवाल काटा। कर्मचारियों ने आरोप लगाया कि सरकार ने वर्ष 2024 में बहाली परीक्षा तो कराई, लेकिन उसका पूरा परिणाम अब तक घोषित नहीं किया गया। उनके मुताबिक केवल 10 से 20 उम्मीदवारों का रिज़ल्ट जारी कर बाकी अभ्यर्थियों को असमंजस में छोड़ दिया गया है। इसी मुद्दे पर प्रदर्शनकारियों ने सरकार और जदयू नेतृत्व के खिलाफ नाराज़गी जाहिर की।

न नौकरी स्थायी हुआ ना ही नियमित वेतन की व्यवस्था 

संघ के प्रतिनिधियों ने कहा कि वे वर्ष 2012 से लगातार सेवा दे रहे हैं, लेकिन अब तक न तो उनकी नौकरी स्थायी की गई और न ही नियमित वेतन की व्यवस्था की गई। उनका कहना है कि सरकार की ओर से बार-बार आश्वासन तो दिया गया, मगर समस्याओं का समाधान नहीं हुआ। कर्मचारियों ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से सीधी बातचीत कर अपनी मांगों को सामने रखने की इच्छा जताई।

बार बार समय देकर भी मांग पूरी नहीं कर रही सरकार 

प्रदर्शनकारियों ने बताया कि जब भी वे अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन करते हैं, सरकार या प्रशासन की ओर से 7 दिन का वक्त देकर नियुक्ति की बात कही जाती है। लेकिन तय समय सीमा बीत जाने के बाद भी न तो नियुक्ति प्रक्रिया पूरी होती है और न ही उनकी समस्या का समाधान किया जाता है। इसी वजह से नाराज अभ्यर्थी लगातार सड़क पर उतरकर सरकार और जदयू नेतृत्व के खिलाफ विरोध दर्ज करा रहे हैं। उनका कहना है कि जब तक स्थायी समाधान और नियुक्ति प्रक्रिया पूरी नहीं होती, तब तक आंदोलन जारी रहेगा

पुलिस ने किया था लाठीचार्ज 

गौरतलब है कि बीते मंगलवार को भी परिचारी संघ के सदस्यों ने इसी मांग को लेकर जदयू कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन किया था। उस दौरान पुलिस और कर्मचारियों के बीच धक्का-मुक्की और नोकझोंक की नौबत आ गई थी। हालात बिगड़ने पर पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा था, जिसके बाद स्थिति नियंत्रित हो सकी थी।