तेजस्वी यादव पर दर्ज होगी FIR ! दो-दो मतदाता पहचान पत्र रखने के मामले में एनडीए ने राजद नेता को घेरा, चुनाव आयोग ले संज्ञान

तेजस्वी यादव ने दावा किया था कि उनका नाम मतदाता सूची से गायब हो गया है लेकिन चुनाव आयोग (ECI) ने तुरंत स्पष्ट किया कि उनका नाम उचित EPIC नंबर RAB0456228 के साथ Digha विधानसभा क्षेत्र में पहले से ही दर्ज था.

FIR on Tejashwi Yadav
FIR on Tejashwi Yadav- फोटो : news4nation

Tejashwi Yadav : बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के खिलाफ चुनाव आयोग से संज्ञान लेने और उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की गई है. लालू यादव के छोटे बेटे तेजस्वी यादव को लेकर एक दिन पहले ही यह खुलासा हुआ था कि उनके पास दो मतदाता पहचान पत्र है. इसे सबसे बड़ा अपराध बताते हुए एनडीए की ओर से रविवार को साझा प्रेस कांफ्रेस में चुनाव आयोग से दी मांग की गई. जेडीयू मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि जिसे अपनी पहचान पर भरोसा नहीं है वह जनता का नेतृत्व क्या करेंगे. उन्होंने कहा कि तेजस्वी के खिलाफ 7 घोटाला दर्ज है. इसमें अब एपिक घोटाला भी जुड़ गया है. इसे लोकतांत्रिक मूल्यों की अवहेलना बताते हुए नीरज कुमार ने इसे गंभीर अपराध बताया. उन्होंने चुनाव आयोग से मामले में गम्भीरता से संज्ञान लेने और अविलंब एफआईआर दर्ज करने की मांग की. उन्होंने कहा कि यह रिप्रेजेंटेशन ऑफ़ पीपल एक्ट की धारा का उल्लंघन है यह राजनीतिक जालसाजी की भूमिका में आता है. 


वहीं बीजेपी प्रवक्ता अजय आलोक ने कहा कि तेजस्वी यादव ने गंभीर अपराध किया है. दो-दो वोटर आई कार्ड रखने पर सीधे जेल जाने का प्रावधान है. यह मामला गंभीर है. पूरे राजद और लालू परिवार की जांच होनी चाहिए. इसे लेकर चुनाव आयोग को इसकी जांच करनी चाहिए. लोजपा रामविलास प्रवक्ता राजेश भट्ट ने कहा कि तेजस्वी पर केस दर्ज कर गिरफ्तार किया जाए. तेजस्वी यादव को शर्म आनी चाहिए. उन्हें बिहार की जनता से माफी मांगनी पड़ेगी. हम के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्याम सुंदर शरण ने कहा कि पटना के डीएम को संज्ञान लेना चाहिए. ऐसे लोगों पर कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए. राष्ट्रीय लोक मोर्चा के प्रवक्ता नितिन भारती ने कहा कि विपक्ष हताशा की स्थिति में है. आए दिन मुख्यमंत्री के विषय में अनाप शनाप बयान दिए जा रहे हैं. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि जो तेजस्वी यादव के सलाहकार हैं वह अच्छी जानकारी नहीं दे रहे हैं.

क्या है नियम 

चुनाव आयोग के नियमों के मुताबिक, एक व्यक्ति एक समय में केवल एक ही निर्वाचन क्षेत्र में वोटर के रूप में पंजीकृत हो सकता है. ऐसे में यह मामला भारतीय दंड संहिता की धारा 17 और 18 के तहत फर्जीवाड़े की श्रेणी में आता है. प्रथम दृष्टया तेजस्वी यादव के दो मतदाता कार्ड रखने की पुष्टि हुई है. इस आधार पर एफआईआर दर्ज करने की प्रक्रिया आगे बढ़ाई जा सकती है. हालांकि एनडीए के आरोपों पर राजद की ओर से अब तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है. 


क्या है विवाद 

SIR की प्रक्रिया के बीच  RJD नेता तेजस्वी यादव ने दावा किया था कि उनका नाम मतदाता सूची से गायब हो गया है और उन्होंने चुनाव आयोग पर भारी आरोप लगाए . लेकिन चुनाव आयोग (ECI) ने तुरंत स्पष्ट किया कि उनका नाम उचित EPIC नंबर RAB0456228 के साथ Digha विधानसभा क्षेत्र में पहले से ही दर्ज था. विवाद तब शुरू हुआ जब तेजस्वी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में दूसरा EPIC नंबर RAB2916120 साझा किया, जिसे आयोग ने गलत बताया.

वंदना की रिपोर्ट