सर गणेश दत्त स्कूल में प्रेरक पहल, पूर्व छात्र गौरव राय ने पेश की मिसाल, मेधावी छात्र के सपनों को पूरा करने में दिया सहयोग

साइकिल विद्यालय के पूर्ववर्ती छात्र और 1987 मैट्रिक बैच के गौरव राय द्वारा भेंट की गई है। उन्होंने कहा कि आशीष पढ़ाई में काफी मेधावी है और साइकिल मिलने से उसकी आने-जाने की समस्या दूर होगी

Gaurav Rai
Gaurav Rai- फोटो : news4nation

Bihar News : पटना के कदमकुआं स्थित सर गणेश दत्त पाटलिपुत्र उच्च माध्यमिक विद्यालय में 22 दिसम्बर को एक प्रेरणादायी पहल देखने को मिली। विद्यालय के कक्षा 9 के मेधावी छात्र आशीष रंजन को पढ़ाई में सहूलियत देने के उद्देश्य से साइकिल प्रदान की गई। साइकिल की चाबी प्रभारी प्राचार्य राजीव कुमार ने छात्र को सौंपी।


प्राचार्य राजीव कुमार ने बताया कि यह साइकिल विद्यालय के पूर्ववर्ती छात्र और 1987 मैट्रिक बैच के गौरव राय द्वारा भेंट की गई है। उन्होंने कहा कि आशीष पढ़ाई में काफी मेधावी है और साइकिल मिलने से उसकी आने-जाने की समस्या दूर होगी, जिससे वह और बेहतर ढंग से पढ़ाई कर सकेगा।


इस मौके पर उपस्थित गौरव राय ने बताया कि वे इससे पहले भी सात मेधावी छात्रों को साइकिल दे चुके हैं और आने वाले दिनों में अपने वेतन से और छात्रों की मदद करेंगे। उन्होंने कहा कि यदि विद्यालय किसी मेधावी छात्र का नाम अनुशंसित करेगा, जिसे किसी तरह की सहायता की जरूरत है, तो वे यथासंभव मदद करने का प्रयास करेंगे।


गौरव राय ने इंटर की छात्राओं को भी प्रेरित करते हुए कहा कि यदि कोई छात्रा सिलाई-कटाई में निपुण है और अपना छोटा व्यवसाय शुरू करना चाहती है, तो उसे सिलाई मशीन उपलब्ध कराई जाएगी। प्रभारी प्राचार्य राजीव कुमार ने इस पहल का स्वागत करते हुए कहा कि ऐसे प्रयासों से बच्चों में आगे बढ़ने और बेहतर करने की प्रेरणा मिलती है। वहीं गणित शिक्षक गुप्ता  ने गौरव राय को साधुवाद देते हुए कहा कि यह कदम छात्रों के लिए एक सकारात्मक संदेश है।


कार्यक्रम के दौरान छात्रों को संबोधित करते हुए गौरव राय ने कहा कि वे निराश न हों और पूरी ईमानदारी से पढ़ाई पर ध्यान दें। उन्होंने कहा, “जो छात्र अपनी शिक्षा के प्रति ईमानदार रहेगा, सफलता जरूर उसके कदम चूमेगी।” उन्होंने भरोसा दिलाया कि भविष्य में भी विद्यालय के जरूरतमंद और मेधावी छात्रों की सहायता के लिए वे प्रयास करते रहेंगे। इस अवसर पर विद्यालय के शिक्षक, छात्र और छात्राएं बड़ी संख्या में मौजूद रहे।