Bihar News : इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान पटना में स्वास्थ्य शिविर का हुआ आयोजन, 150 से अधिक जन्मजात हृदय रोग से पीड़ित बच्चों की हुई जांच
Bihar News : इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान में बाल हृदय योजना के तहत स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया. जिसमें जन्मजात हृदय रोग से पीड़ित 150 से अधिक बच्चों की जांच की गयी. इस शिविर में जाने माने चिकित्सकों ने बच्चो की जांच की.....पढ़िए आगे

PATNA : इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान (IGIMS), पटना के राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (RBSK) इकाई द्वारा आज बाल हृदय योजना (Bal Hriday Yojna) के अंतर्गत एक स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया, जो अत्यंत सफल रहा। इस शिविर में 150 से अधिक जन्मजात हृदय रोग (Congenital Heart Disease - CHD) से पीड़ित बच्चों की विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा जाँच की गई। इस शिविर में कार्डियोलॉजी विभाग के विशेषज्ञ प्रोफेसरों तथा सीटीवीएस (CTVS) विभाग के वरिष्ठ सर्जनों ने भाग लिया और मरीजों की स्क्रीनिंग एवं आवश्यक निदान किया। बीते एक माह में IGIMS द्वारा कुल मिलाकर 250 से अधिक बच्चों की स्क्रीनिंग की जा चुकी है, जिनमें से 50 से अधिक बच्चों का सफल डिवाइस क्लोजर या सर्जिकल उपचार किया जा चुका है। संस्थान के निदेशक प्रो. डॉ. बिंदे कुमार ने इस शिविर की अत्यधिक सराहना करते हुए इसे "जनसेवा की मिसाल" बताया। उप निदेशक प्रो. डॉ. विभूति प्रसन्न सिन्हा ने बताया कि यह परियोजना मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार और स्वास्थ्य मंत्री श्री मंगल पांडेय जी के दिल के बेहद करीब है, और IGIMS इस दिशा में हरसंभव सहयोग को तैयार है।
चिकित्सा अधीक्षक डॉ. मनीष मंडल ने आश्वासन दिया कि IGIMS का प्रशासन ऐसे सभी ज़रूरतमंद बच्चों की सहायता के लिए हर संभव प्रयास करेगा। कार्डियोलॉजी विभागाध्यक्ष डॉ. रवि विष्णु तथा सीटीवीएस विभागाध्यक्ष डॉ. शील अवनीश ने भरोसा दिलाया कि उनके विभाग इन सभी बच्चों का शीघ्र, सुरक्षित और गुणवत्तापूर्ण उपचार सुनिश्चित करेंगे। अतिरिक्त चिकित्सा अधीक्षक डॉ. समरेन्द्र सिंह ने आयोजन की सराहना करते हुए कहा कि प्रशासन द्वारा हर स्तर पर पूर्ण समर्थन दिया जाएगा। इस अवसर पर राज्य कार्यक्रम प्रमुख डॉ. राजीव कुमार और राज्य सलाहकार श्री इम्तियाज़ुद्दीन ने IGIMS द्वारा उठाए गए इस मानवीय कदम की भूरि-भूरि प्रशंसा की और संस्थान को RBSK के अंतर्गत “बिहार का सर्वश्रेष्ठ समन्वय संस्थान” घोषित करते हुए सम्मानित किया।
RBSK के नोडल अधिकारी डॉ. प्रियंकर सिंह ने दृढ़ संकल्प व्यक्त किया कि IGIMS ऐसे सभी ज़रूरतमंद बच्चों की मदद के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेगा और भविष्य में किसी भी बच्चे को इलाज के लिए बिहार से बाहर न जाना पड़े—इस दिशा में हम लगातार कार्यरत रहेंगे। उन्होंने यह भी बताया कि स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने इस शिविर के लिए अपनी शुभकामनाएँ भेजी हैं और उपचार के उपरांत इन बच्चों से मिलने की इच्छा भी व्यक्त की है। इस शिविर में वरिष्ठ चिकित्सकों जैसे डॉ. गौतम कुमार, डॉ. चंद्रभानु चंदन, डॉ. एंड्रयू, डॉ. तुषार, डॉ. माधव, तथा राज्य स्वास्थ्य समिति के प्रतिनिधियों और RBSK टीम की सक्रिय भागीदारी रही। यह शिविर न केवल चिकित्सा सेवा का उत्कृष्ट उदाहरण है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि समर्पण और समन्वय के साथ सरकारी संस्थान भी समाज के सबसे कमजोर वर्गों तक उत्कृष्ट स्वास्थ्य सेवाएँ पहुँचा सकते हैं।