K.K Pathak: कड़क IAS केके पाठक का बढ़ा कद, केंद्र में मिली और बड़ी जिम्मेदारी, पहले बनाए गए थे अपर सचिव अब बने...

K.K Pathak: बिहार से केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर भेजे गए के के पाठक का कद और बढ़ गया है। पहले केंद्र में उन्हें अपर सतिव के पद पर स्थानांतरित किया गया था लेकिन अब केंद्र सरकार ने उनके पद को उन्नत कर दिया है। जिससे अब उन्हें और अहम जिम्मेदारी मिली है।

के के पाठक
के के पाठक का बढ़ा कद - फोटो : social media

K.K Pathak: कड़क IAS अधिकारी केके पाठक की कद अब और बढ़ गई है। दरअसल, भारतीय प्रशासनिक सेवा के वरिष्ठ अधिकारी केशव कुमार पाठक उर्फ केके पाठक को केंद्र सरकार में बड़ी जिम्मेदारी दी गई है। बिहार के चर्चित और सख्त प्रशासनिक अफसर रहे पाठक अब केंद्रीय मंत्रिमंडल सचिवालय में विशेष सचिव (Special Secretary) के पद पर नियुक्त किए गए हैं। इससे पहले उन्हें अपर सचिव (Additional Secretary) के पद पर स्थानांतरित किया गया था, लेकिन अब केंद्र सरकार ने उनके पद को उन्नत कर विशेष सचिव बना दिया है।

के के पाठक का बढ़ा कद 

बिहार सरकार ने उन्हें 1 मई 2025 से केंद्र सरकार की सेवा में योगदान देने के लिए रिलीव कर दिया है। 1990 बैच के IAS अधिकारी पाठक की सेवानिवृत्ति अब निकट है। ऐसे में उनके मूल काडर बिहार में लौटने की संभावना बेहद कम मानी जा रही है। केके पाठक को लेकर लंबे समय से अटकलें लग रही थीं कि वह बिहार में सहज महसूस नहीं कर रहे और केंद्रीय प्रतिनियुक्ति चाहते हैं। इसी क्रम में 18 अप्रैल को केंद्र सरकार ने उन्हें एडिशनल सेक्रेटरी नियुक्त किया था, लेकिन 26 अप्रैल को बिहार सरकार को नया आदेश मिला, जिसमें उनके पद को विशेष सचिव में अपग्रेड करने की सूचना दी गई।

सख्त कार्यशैली के लिए जाने जाते हैं पाठक

बिहार में अपने कार्यकाल के दौरान पाठक का कार्यशैली सख्त और निर्णायक मानी जाती रही है। उन्होंने शराबबंदी को लागू करने में कड़े कदम उठाए, हालांकि प्रशासनिक स्तर पर भ्रष्टाचार के चलते वह पूर्ण सफलता नहीं पा सके। शिक्षा विभाग में उनके कार्यकाल को बड़े सुधारों के लिए जाना गया। जहां उन्होंने स्कूलों की व्यवस्था और शिक्षकों की उपस्थिति में सुधार लाने के लिए राज्यभर का दौरा किया। 

Nsmch

1 मई को कर सकते हैं पदभार ग्रहण

वहीं राजस्व पर्षद के अध्यक्ष रहते उन्होंने बेतिया राज की जमीन से जुड़े पुराने मामलों की गहन छानबीन की। 1 मई को केके पाठक के दिल्ली में पदभार ग्रहण करने की संभावना है। उनके सख्त प्रशासकीय दृष्टिकोण और बेबाक रवैये के कारण केंद्र में भी उनसे बड़ी जिम्मेदारियों की अपेक्षा की जा रही है। बिहरा में के के पाठक कई विवादों से भी घिरे रहे। उनके सख्त फैसलों से शिक्षा विभाग और राजभवन आमने सामने हो गया था। 

Editor's Picks