Bihar News: सीएम नीतीश के करीबी विधायक पर लगे गंभीर आरोप, दर्ज हुआ एफआईआर, जानिए अब क्या होगा...?
Bihar News: सीएम नीतीश के करीबी विधायक पर गोपालगंज थाने में गंभीर आरोप लगाए गए हैं। विधानसभा की तैयारियों के बीच विधायक के ऊपर कार्रवाई होना चिंता का विषय है। इस मामले में पुलिस जांच में जुट गई है।

Bihar News: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के करीबी और जदयू विधायक के ऊपर गंभीर आरोप लगा है। जदयू विधायक पर फर्जी कागजात से जमीन कब्जाने का आरोप लगा है। जदयू विधायक और उनके भाई के ऊपर थाने में एफआईआर दर्ज हुआ है। इस मामले के सामने आने से पार्टी में हड़कंप मच गया। जानकारी अनुसार कुचायकोट विधानसभा क्षेत्र से जदयू विधायक अमरेंद्र कुमार पाण्डेय, उनके बड़े भाई सतीश पाण्डेय और एक अन्य व्यक्ति भोला पाण्डेय के खिलाफ फर्जी दस्तावेज़ों के आधार पर ज़मीन पर अवैध कब्जे की कोशिश के मामले में प्राथमिकी दर्ज की गई है।
जदयू विधायक पर लगा गंभीर आरोप
दरअसल, यह मामला गोपालगंज के कुचायकोट थाना क्षेत्र का है। जहां पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। मिली जानकारी के अनुसार, मीरगंज थाना क्षेत्र के सेमराव गांव निवासी जितेंद्र कुमार राय ने कुचायकोट थाने में आवेदन देकर आरोप लगाया है कि हथुआ थाना क्षेत्र के तुलसिया गांव निवासी विधायक अमरेंद्र पाण्डेय, उनके भाई सतीश पाण्डेय तथा सिवान जिले के कदम मोड़ (बलेथा बाजार) निवासी भोला पाण्डेय ने मुजफ्फरपुर निवासी किरण सिन्हा की ज़मीन पर फर्जी कागजात बनवाकर कब्जा करने की कोशिश की।
क्या है पूरा मामला?
पीड़ित जितेंद्र कुमार राय किरण सिन्हा के प्रतिनिधि के तौर पर कार्यरत हैं। उन्होंने अपने आवेदन में बताया कि कुचायकोट थाना क्षेत्र के बेलवा गांव स्थित खाता नंबर 38, खेसरा नंबर 513, कुल रकबा 16 एकड़ 93 डिसमिल भूमि पर वह लंबे समय से खेती कर रहे हैं। उनका आरोप है कि इस ज़मीन पर फर्जी दस्तावेज़ तैयार कर कब्जा करने की साजिश रची गई। जितेंद्र कुमार राय ने यह भी दावा किया कि 4 अगस्त 2024 को जब वह खेत की जोताई कर रहे थे तब चार-पांच लोग हथियारों से लैस होकर वहां पहुंचे और उन्हें धमकाते हुए खेत में काम करने से रोकने का प्रयास किया गया।
जांच में जुटी पुलिस
इस मामले में कुचायकोट थाना में कांड संख्या 208/25 के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है। एसपी अवधेश दीक्षित ने बताया कि पुलिस इस मामले को गंभीरता से ले रही है और हर पहलू की गहन जांच की जा रही है। जदयू विधायक के नाम एफआईआर दर्ज होने के बाद क्षेत्र में राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। हालांकि विधायक या उनके पक्ष की ओर से फिलहाल कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।