Iftar in Bihar: 'सियासत -ए-बिहार' में 'दावत-ए-इफ्तार'का खेला करेंगे नीतीश-लालू, माहे रमजान में मुसलमानों को जदयू-राजद इस दिन देंगे दावत
बिहार के इस वर्ष विधानसभा का चुनाव है. ऐसे में माहे पाक रमजान के मौके पर राजनीतिक दलों द्वारा 'दावत-ए-इफ्तार' बेहद महत्वपूर्ण रहता है. इसी कड़ी में बिहार के दो प्रमुख सियासी दलों जदयू और राजद की ओर दावत-ए-इफ्तार का आयोजन दो दिनों के अंतराल पर किया जा

Iftar in Bihar: बिहार में माहे पाक रमजान के मौके पर राजनीतिक दलों द्वारा 'दावत-ए-इफ्तार' का आयोजन किया जाता है. एक बार फिर से 'सियासत -ए-बिहार' में 'दावत-ए-इफ्तार'का खेला शुरू होने वाला है. इफ्तार के दो बड़े आयोजन बिहार के दो बड़े सियासी दलों की ओर से किया जा रहा है. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और मुख्य विपक्षी दल राजद की ओर से अगले दो-तीन दिनों में दो बड़े दावत-ए- इफ्तार पटना में होंगे. इसमें मुसलमानों के कई बड़े नुमाइंदों को न्योता दिए जाने की खबर है.
जदयू का इफ्तार
दावत-ए-इफ्तार की दावतों से नए सियासी पैगाम दिए जाते हैं. बिहार के इस वर्ष विधानसभा का चुनाव है. ऐसे में जदयू के लिए मुसलमानों को अपनी ओर आकर्षित करने में दावत-ए-इफ्तार एक महत्वपूर्ण आयोजन के रूप में देखा जा रहा है. दरअसल, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 23 मार्च रविवार को अपने आवास पर इफ्तार पार्टी का आयोजन करेंगे. इसमें बिहार के कई प्रमुख मुस्लिम संगठनों को आमंत्रित किए जाने की खबर है. इसका एक बड़ा कारण जमीयत उलेमा-ए-हिंद का वह फरमान भी है जिसमें नीतीश कुमार के बहिष्कार की बात कही गई है.
दरअसल, प्रमुख मुस्लिम संगठन जमीयत उलेमा-ए-हिंद ने एक फरमान जारी किया है. इसमें मुसलमानों से अपील की गई है कि वे नीतीश कुमार द्वारा रमजान के महीने में दी जाने वाली इफ्तार, ईद मिलन और दूसरे कार्यक्रमों का बहिष्कार करें. इसके साथ ही अन्य मुस्लिम संगठनों से भी ऐसा ही करने की अपील की गई है. जमीयत प्रमुख मौलाना अरशद मदनी ने एक बयान में आरोप लगाया कि नीतीश कुमार जैसे नेता सत्ता की खातिर न केवल मुसलमानों के खिलाफ हो रहे अन्याय को नजरअंदाज कर रहे हैं, बल्कि देश के संविधान और लोकतांत्रिक मूल्यों की भी अनदेखी कर रहे हैं। ये नेता सरकार के ‘संविधान विरोधी कदमों’ का समर्थन कर रहे हैं।
राबड़ी आवास में नहीं यहां होगा राजद का इफ्तार
राजद की ओर से दावत-ए-इफ्तार का आयोजन इस वर्ष राबड़ी आवास में नहीं होगा. राष्ट्रीय जनता दल 24 मार्च को इफ्तार पार्टी का आयोजन कर रहा है.पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव व विधान परिषद के सदस्य अब्दुल बारी सिद्दीकी के आवास पर दावत-ए-इफ्तार किया जाएगा. यहां होने वाले इफ्तार में एक ओर मुस्लिम संगठनों के प्रमुख नुमाइंदों को बुलाया जाएगा. दूसरी ओर कांग्रेस सहित महागठबंधन के अन्य घटक दलों के नेताओं पर भी नजर रहेगी कि इफ्तार में सियासी एकता दिखाने के लिए कौन कौन से दल के नेता आते हैं.
भाजपा का इफ्तार का क्या है प्लान
हिंदूवादी पार्टी की छवि बनाए रखने वाली भाजपा अक्सर ही दावत-ए-इफ्तार से दूरी बनाए रखती है. बिहार में पूर्व में दावत-ए-इफ्तार का आयोजन भाजपा की ओर से किया गया है. वर्ष 2022 में भाजपा के शाहनवाज हुसैन की मेजबानी में पटना के अंजुमन इस्लामिया हॉल ‘सियासी’ दावत-ए-इफ्तार हुआ था. तब सीएम नीतीश के साथ ही भाजपा के तत्कालीन राज्यसभा सांसद सुशील मोदी और विधायक अरुण कुमार सिन्हा आदि शामिल हुए थे. शाहनवाज हुसैन ने बुके, टोपी और साफा भेंटकर स्वागत किया था. इसके साथ उन्होंने मुख्यमंत्री को खजूर भी खिलाएं. हालांकि इस वर्ष भाजपा की ओर से दावत-ए-इफ्तार को लेकर फ़िलहाल कोई सुगबुगाहट नहीं है.
रंजन की रिपोर्ट