Gopal Khemka Murder Case:खेमका मर्डर मिस्ट्री, मास्टरमाइंड अशोक और शूटर उमेश की ज़ुबान से निकले कत्लनामे के राज, 8 घंटे की पूछताछ में सब कुछ बक दिए...

Gopal Khemka Murder Case:उद्योगपति गोपाल खेमका की हत्या अब किसी आम मर्डर केस की कैटेगरी से बाहर निकल चुकी है। यह वारदात अब एक प्लानिंग से भरी प्रीमियम साज़िश, और ज़मीन की दौलत में डूबी अपराध कथा बन चुकी है।

Khemka Murder Mystery
मास्टरमाइंड अशोक और शूटर उमेश की ज़ुबान से निकले कत्लनामे के राज- फोटो : social Media

Gopal Khemka Murder Case:उद्योगपति गोपाल खेमका की हत्या अब महज़ एक आम वारदात नहीं रह गई है, बल्कि यह ज़मीन की दौलत में डूबी एक प्रीमियम साज़िश और अपराध की एक गहरी कहानी बन चुकी है। शनिवार को जब एसटीएफ और एसआईटी की टीम ने इस हत्याकांड के कथित मास्टरमाइंड अशोक साव और शूटर उमेश यादव को रिमांड पर लेकर 8 घंटे तक गहन पूछताछ की, तो इस सनसनीखेज मर्डर स्क्रिप्ट की कई परतें खुलनी शुरू हो गईं।

पुलिसिया पूछताछ मुख्यतः तीन अहम सवालों पर केंद्रित रही: हत्या की असली वजह क्या थी?, ज़मीन का कौन सा टुकड़ा इस मौत की वजह बना, और इस जुर्म की पटकथा में और कौन-कौन से साज़िशकर्ता शामिल हैं?

सूत्रों के मुताबिक, अशोक साव और गोपाल खेमका कभी बांकीपुर क्लब में एक ही सामाजिक दायरे में उठते-बैठते थे। लेकिन, समय के साथ उनके बीच मनमुटाव इस कदर बढ़ा कि वह गहरी दुश्मनी में बदल गया। क्लब के माहौल से शुरू हुआ यह विवाद आखिरकार सुपारी देकर हत्या के रूप में खत्म हुआ—एक खूनी अंत।

भले ही उमेश यादव का आपराधिक रिकॉर्ड अब तक साफ रहा हो, पुलिस उसे एक 'स्लीपर हिटमैन' मान रही है। यह ऐसा किरदार होता है जो पर्दे के पीछे से अपने वार को अंजाम देता है और कानूनी दस्तावेज़ों में कभी पकड़ा नहीं जाता। अब उसकी संभावित संलिप्तता को पुराने लंबित मामलों से जोड़कर देखा जा रहा है ताकि उसकी असली पहचान और भूमिका सामने आ सके।

पुलिस की टीमें गुंजन खेमका हत्याकांड के साथ भी इस केस के सियासी और कारोबारी लिंक तलाश रही हैं। यह इस बात का संकेत है कि इस हत्या के तार किसी बड़े नेटवर्क से जुड़े हो सकते हैं।

पुलिस को पूरा शक है कि अशोक साव इस साज़िश का अकेला मोहरा नहीं है। इस हत्याकांड में चार से पांच और खिलाड़ी शामिल होने की आशंका है, जिनकी पहचान के लिए डिजिटल साक्ष्यों, मोबाइल ट्रैफिक और ज़मीन के कागज़ातों की बारीकी से जांच की जा रही है।

अब सवाल यह नहीं कि गोपाल खेमका की हत्या क्यों की गई, बल्कि यह है कि इस क्राइम थ्रिलर के अगले चैप्टर में कौन-कौन से नए किरदार सामने आएंगे और इस खूनी खेल में कौन बच पाएगा? पुलिस की जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ेगी, इस रहस्यमयी हत्याकांड के और भी राज़ खुलने की उम्मीद है।