बिहार में स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली: निजी कंपनी के हाथों में दवा आपूर्ति की जिम्मेदारी, लेकिन धरातल पर हालात खराब

बिहार में स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली: निजी कंपनी के हाथों मे

bhagalpur - बिहार सरकार ने जनता की सेवा को बेहतर बनाने के लिए स्वास्थ्य विभाग के कार्यों को निजी हाथों में दिया है, ताकि सभी जगह समय पर सभी सुविधा मुहैया हो। लेकिन धरातल पर इसका विपरीत ही देखने को मिल रहा है।

भागलपुर जिले में स्वास्थ्य विभाग के सभी L1 के तहत जिला के सभी CHC और PHC पर सही समय पर जीवनदायिनी दवाओं को पहुंचाने के लिए निजी राधिका इंटरप्राइजेज को इसका जिम्मा सरकार द्वारा सौंपा गया था। लेकिन इसके विपरीत इस कंपनी द्वारा प्रारंभ में 2 माह ही सुचारू रूप से चलाया गया। उसके बाद से लगातार माह में यदा-कदा ही कंपनी द्वारा दवाओं को सभी अस्पतालों में पहुंचाया गया है।

 इसी कंपनी द्वारा L2 के तहत भी जिला के सभी PHC से उप केंद्रों पर भी दवाएं पहुंचाने का जिम्मा सौंपा गया था, लेकिन कंपनी द्वारा उसकी भी पूर्ति नहीं की गई है। सभी उप स्वास्थ्य केंद्र या अस्पतालों द्वारा अपने ही व्यवस्था से दवाओं को लिया जाता है या पहुंचाया जाता है।

इसका खुलासा तब हुआ जब जिला औषधि भंडार के नागेंद्र कुमार फार्मासिस्ट के द्वारा लिखित शिकायत सिविल सर्जन अशोक प्रसाद से की गई। सरकार द्वारा लगभग 609 तरह की दवाएं या अन्य सामग्री को अस्पताल में भेजा जाता है।

भागलपुर से balmukund kumar की रिपोर्ट