बिहार के नए मुख्य सचिव का नाम तय ! यह IAS अधिकारी बनेगा सूबे का सबसे ताकतवर नौकरशाह?
Bihar Chief Secretary: वर्तमान मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा अगस्त माह में रिटायर हो रहे है.बिहार के नए चीफ सेक्रेटरी के तौर पर इस आईएएस का नाम तय लग रहा है जो पिछली बार भी रेस में शामिल रहे.

N4N डेस्क। बिहार में विधान सभा चुनाव होने है.तारीखों की घोषणा अभी नहीं हुई है.लेकिन सियासी चौसर पर बिसात बिछने लगी है. इसी बीच वर्तमान मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा के कार्यकाल की उल्टी गिनती शुरू हो गई है.दरअसल मुख्य सचिव पद से मीणा अगस्त माह में रिटायर हो रहे है. यानी चुनावी साल में सूबे के चीफ सेक्रेटरी के तौर पर भी नए चेहरे को तैनात करने की कवायद शुरू हो चुकी है. सत्ता के गलियारों से लेकर प्रशासनिक व पावर कॉरिडोर्स में राज्य के अगले सबसे ताकतवर नौकरशाह यानी मुख्य सचिव के नाम पर निर्विवाद रूप से एक ही नाम की चर्चा है. इसके कई कारण है और हालात भी इस बात की ताकीद करते है. जिससे उनका ही बिहार का मुख्य सचिव बनना लगभग तय ही माना जा रहा है.यानी बिहार के नए मुख्य सचिव का नाम तय है.
1990 से लेकर 1992 बैच के अधिकारी तक
अगले मुख्य सचिव के रूप में जिन अधिकारियों के नाम की चर्चा है उनमें 1990 बैच से लेकर 1992 बैच तक के आईएएस अधिकारी ही शामिल है.वरीयता के लिहाज से देखें तो 1990 बैच के चैतन्य प्रसाद पहले नंबर पर हैं पर इनके नाम के साथ संकट यह है कि ये इसी माह यानी 31 जुलाई 2025 को रिटायर हो रहे. वहीं चैतन्य प्रसाद के बाद 1990 बैच में दूसरा नाम केके पाठक का है.अपने कड़े तेवर के लिए मशहूर आईएएस अधिकारी केशव कुमार पाठक वर्तमान में केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर है. पाठक केंद्रीय मंत्रिमंडल सचिवालय में विशेष सचिव के पद पर तैनात है. बिहार कैडर के 1990 बैच के आईएएस अधिकारी पाठक की सेवानिवृत्ति अब निकट है. ऐसे में उनके मूल काडर बिहार में वापसी की संभावना बेहद कम है.
इसके बाद 1991 बैच में दो नाम बचते हैं.पहला नाम है 1991 बैच के आईएएस अधिकारी शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस सिद्धार्थ का है. लेकिन मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव एस सिद्धार्थ की राह में सबसे बड़ा रोडा उनके रिटायर होने का वक्त है. यानी जब सूबे में विधानसभा चुनाव के रिजल्ट आएंगे और नई सरकार आकार लेरही होंगी उसी दौरान 30 नवंबर माह यानी इसी वर्ष के 11 वें महीने में रिटायर हो जायेंगे. वही 1991 बैच का दूसरा नाम वरिष्ठ आईएएएस प्रत्यय अमृत का जो वर्तमान में विकास आयुक्त समेत स्वास्थ्य विभाग और आपदा प्रबंधन विभाग के अपर मुख्य सचिव के अतिरिक्त प्रभार सम्भाल रहे है.
वहीं बात करें 1992 बैच के ग्रामीण कार्य विभाग के अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार सिंह, इसी बैच की कला, संस्कृति विभाग की अपर मुख्य सचिव हरजोत कौर बम्हरा की तो ये भी चर्चों में शामिल है.
क्यों तय माना जा रहा मुख्य सचिव बनना?
बिहार कैडर के 1991 बैच के इस आइएएस अधिकारी अपने अबतक के करियर में, उन्होंने कई महत्वपूर्ण पदों पर रहते हुए कई सराहनीय कार्य किए हैं. अपने कार्यकाल के दौरान, इन्होंने कई नई पहल कीं. कटिहार के डीएम के रूप में उन्होंने जिला अस्पताल के लिए सार्वजनिक-निजी-भागीदारी (पीपीपी) मॉडल लागू किया. छपरा में डीएम के रूप में, उन्होंने सोनपुर पशु मेले में अश्लीलता पर रोक लगाई. साथ ही सिनेमाघरों में सीसीटीवी कैमरे लगाना अनिवार्य किया.
वर्तमान में विकास आयुक्त समेत स्वास्थ्य विभाग और आपदा प्रबंधन विभाग के अपर मुख्य सचिव के अतिरिक्त प्रभार सम्भाल रहे है. इनका बिहार का मुख्य सचिव बनना तय हो गया है.अब बस राज्य सरकार द्वारा वर्तमान मुख्य सचिव के अगले माह रिटायरमेंट के बाद अधिसूचना जारी होने का इंतजार है क्योंकि न केवल वरीयता क्रम इस बात की मुनादी करता है बल्कि सत्ता के बेहद करीबी और पावर कॉरीडोर में मजबूत दखल के साथ ही समकक्षों का इसी साल सेवानिवृत होना भी मददगार साबित हो रहा है।
कौन हैं IAS प्रत्यय अमृत?
मूल रूप से बिहार के गोपालगंज के निवासी IAS प्रत्यय अमृत 1991 बैच के आइएएस अधिकारी हैं.वर्तमान में विकास आयुक्त समेत स्वास्थ्य विभाग और आपदा प्रबंधन विभाग के अपर मुख्य सचिव के अतिरिक्त प्रभार सम्भाल रहे है. प्रत्यय ने अपने आईएएस प्रशिक्षण के दौरान दुमका में आदिवासी भाषा संताली भी सीखी. अमृत ने सिमडेगा में सब-डिविजनल मजिस्ट्रेट के रूप में दूरदराज के गांवों में जुआ रैकेट का भंडाफोड़ किया. समय के साथ विभिन्न जिलों के DM रहते कई नई पहल की जिसकी चर्चा आज भी होती है.साथ जब भी कोई जिम्मेदारी सरकार ने सौंपी उसको बखूबी निभा कर सरकार के सबसे काबिल अधिकारियों में अपना नाम शामिल करवाने में सफल रहे है। चाहे वो बिजली विभाग होने पथ निर्माण हो या आपदा प्रबंधन या हेल्थ हो.
अमृत लाल मीणा को यहाँ मिलेगा स्थान!
प्रशासनिक गलियारे में इस बात की चर्चा है कि वर्तमान मुख्य सचिव को रिटायरमेंट के बाद बिहार राज्य चुनाव आयुक्त के तौर पर एडजस्ट किया जाएगा। विदित हो कि बिहार राज्य चुनाव आयुक्त की नियुक्ति बिहार के राज्यपाल करते हैं।
पटना से पुष्कर प्रवीण की रिपोर्ट