Rjd mla bhai virendra: भाई वीरेंद्र का‘जूते वाला ऑडियो’ मामले में आया बड़ा ट्वीस्ट, पंचायत सचिव पर लगा ये गंभीर इल्जाम, पिंकी देवी का सनसनीखेज़ बयान

Rjd mla bhai virendra:मनेर विधानसभा क्षेत्र का माहौल इस वक़्त गरमा गया है। आरजेडी विधायक भाई वीरेंद्र और पंचायत सचिव संदीप कुमार के विवाद में नया मोड़ सामने आया है।...

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भाई वीरेंद्र का‘जूते वाला ऑडियो’ मामले में आया बड़ा ट्वीस्ट- फोटो : reporter

Rjd mla bhai virendra:मनेर विधानसभा क्षेत्र का माहौल इस वक़्त गरमा गया है। आरजेडी विधायक भाई वीरेंद्र और पंचायत सचिव संदीप कुमार के विवाद में नया मोड़ सामने आया है। पंचायत की महिला  पिंकी देवी ने अब पंचायत सचिव के ख़िलाफ़ गंभीर आरोप लगाते हुए आवेदन दिया है, जिससे पूरा मामला और उलझता नज़र आ रहा है।

पिंकी देवी ने अपने आवेदन में लिखा है कि वह अपने पति के मृत्यु प्रमाण पत्र के लिए पंचायत सचिव के पास पहुँचीं थीं। सचिव संदीप कुमार ने उनसे कहा कि आवेदन देने में देर हो गई है, इसलिए अब "मक़सद पूरा करने" के लिए कुछ खर्चा देना होगा। पिंकी देवी के अनुसार सचिव ने 1500 रुपये की माँग की। उस वक़्त उनके पास केवल 500 रुपये थे, जो उन्होंने दे दिए। बाकी पैसे बाद में देने का आश्वासन दिया। लेकिन आठ दिन बाद जब वह फिर से प्रमाण पत्र के लिए गईं तो सचिव ने न सिर्फ़ गाली-गलौज किया बल्कि काम करने से भी मना कर दिया।

पिंकी देवी ने कहा कि इस बेइज़्ज़ती के बाद वह सीधा अपने विधायक भाई वीरेंद्र के पास पहुँचीं और पंचायत सचिव को फ़ोन करने का आग्रह किया। लेकिन मामला यहीं नहीं थमा। पंचायत सचिव और विधायक भाई वीरेंद्र के बीच हुई फोन बातचीत का करीब तीन मिनट का ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। इस ऑडियो में भाई वीरेंद्र पंचायत सचिव को धमकाते और "जूते से मारने" की बात करते हुए सुने जा सकते हैं। वह यह भी कहते हैं कि "अगर प्रोटोकॉल का पालन नहीं किया तो नौकरी से निकलवा दूँगा।"

सचिव ने विधायक को फ़ोन पर पहचानने से इनकार कर दिया, जिससे वीरेंद्र का पारा चढ़ गया। ऑडियो में वह कहते हैं, "तुम मनेर के विधायक को नहीं पहचानते? सरकारी कर्मचारी हो और बोलते हो ‘बोलिए’? नौकरी कैसे कर रहे हो?" सचिव ने जवाब दिया कि बिना परिचय के पहचानना मुश्किल है, जिसके बाद विधायक का गुस्सा और बढ़ गया।

हालांकि ऑडियो की सत्यता की आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन यह मामला राजनीतिक गलियारों में तूल पकड़ चुका है। पंचायत सचिव ने अब तक मृत्यु प्रमाण पत्र जारी नहीं किया है, जबकि पिंकी देवी इस पूरे प्रकरण को लेकर न्याय की गुहार लगा रही हैं।

कुलदीप भारद्वाज की एक्सक्लूसिव रिपोर्ट