बिहार की नई कैबिनेट में परिवारवाद को आगे बढ़ाएंगे नौ मंत्री, राजद ने कराई सबकी गिनती, मोदी-नीतीश पर उठाए सवाल
Patna - बिहार में नई कैबिनेट के शपथ ग्रहण समारोह के बाद, राज्य की राजनीति में एक बार फिर परिवारवाद का मुद्दा गरमा गया है। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) में शामिल होने वाले नौ मंत्री ऐसे हैं, जो किसी न किसी राजनीतिक परिवार से जुड़े हैं। पूरे विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सीएम नीतीश कुमार इसी परिवारवाद को लेकर लालू यादव पर निशाना साधते रहे हैं। अब नई सरकार में राजनीतिक परिवार से ताल्लुक रखनेवाले विधायकों को जब मंत्री बनाया गया तो राजद हमलावर मोड में आ गया है।

आरजेडी ने आरोप लगाया है कि परिवारवाद के घोर विरोधी होने का दावा करने वाले एनडीए के घटक दलों ने ही मंत्रिमंडल में परिवारवाद को बढ़ावा दिया है।
शपथ लेने वाले इन मंत्रियों में कई बड़े और स्थापित राजनीतिक परिवारों के सदस्य शामिल हैं। इनमें प्रमुख नाम हैं: सम्राट चौधरी, जो पूर्व मंत्री शकुनी चौधरी और पूर्व विधायक स्व॰ श्रीमती पार्वती देवी के पुत्र हैं;
संतोष सुमन मांझी, जो पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के पुत्र, वर्तमान विधायक ज्योति मांझी के दामाद और वर्तमान विधायक दीपा मांझी के पति हैं;
अशोक चौधरी, जो पूर्व मंत्री महावीर चौधरी के पुत्र हैं; और नितिन नबीन, जो पूर्व विधायक नवीन किशोर सिन्हा के पुत्र हैं। इन नामों से स्पष्ट है कि बिहार की राजनीति में दशकों से सक्रिय रहे परिवारों का प्रभाव मंत्रिमंडल पर कायम है।
मंत्रिमंडल में महिला नेताओं में भी राजनीतिक विरासत स्पष्ट रूप से दिखती है। पूर्व केंद्रीय मंत्री दिग्विजय सिंह और पूर्व सांसद पुतुल कुमारी की पुत्री श्रेयसी सिंह ने मंत्री पद की शपथ ली है।
वहीं, पूर्व केंद्रीय मंत्री कैप्टन जय नारायण निषाद की पुत्रवधु और पूर्व सांसद अजय निषाद की पत्नी रमा निषाद ने भी मंत्री पद ग्रहण किया है। इसके अलावा, अन्य महत्वपूर्ण मंत्रियों में दीपक प्रकाश (पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा और विधायक स्नेहलता के पुत्र), विजय चौधरी (पूर्व विधायक जगदीश प्रसाद चौधरी के पुत्र), और सुनील कुमार (पूर्व मंत्री चन्द्रिका राम के पुत्र और पूर्व विधायक अनिल कुमार के भाई) शामिल हैं। आरजेडी ने सीधे तौर पर पाखंड बताया है और सवाल उठाया है कि क्या परिवार की राजनीतिक पृष्ठभूमि वाले लोग ही परिवारवाद को समाप्त करने की शपथ ले सकते हैं।
राजद ने इन सभी नेताओं के शपथ ग्रहण को बदल दिया है। विपक्षी पार्टी ने शपथ ग्रहण में ही उनके माता पिता का जिक्र किया है।
𝟏. मैं पूर्व मंत्री शकुनी चौधरी और पूर्व विधायक स्व॰ श्रीमती पार्वती देवी का पुत्र सम्राट चौधरी.
𝟐. मैं पूर्व मुख्यमंत्री, गया से सांसद और वर्तमान केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी का पुत्र, वर्तमान विधायक ज्योति मांझी का दामाद और वर्तमान विधायक दीपा मांझी का पति संतोष सुमन मांझी.
𝟑. मैं पूर्व केंद्रीय मंत्री, वर्तमान राज्यसभा सांसद उपेंद्र कुशवाहा और वर्तमान विधायक श्रीमती स्नेहलता का पुत्र दीपक प्रकाश
𝟒. मैं पूर्व मंत्री महावीर चौधरी का पुत्र अशोक चौधरी.
𝟓. मैं पूर्व विधायक नवीन किशोर सिन्हा का पुत्र नितिन नबीन.
𝟔. मैं पूर्व केंद्रीय मंत्री कैप्टन जय नारायण निषाद की पुत्रवधु और पूर्व सांसद अजय निषाद की पत्नी रमा निषाद.
𝟕. मैं पूर्व केंद्रीय मंत्री दिग्विजय सिंह और पूर्व सांसद पुतुल कुमारी की पुत्री श्रेयसी सिंह.
𝟖. मैं पूर्व विधायक जगदीश प्रसाद चौधरी का पुत्र विजय चौधरी.
𝟗. मैं पूर्व मंत्री चन्द्रिका राम का पुत्र और पूर्व विधायक अनिल कुमार का भाई सुनील कुमार.
ईश्वर की शपथ लेता हूं कि मैं परिवारवाद के घोर विरोधी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी और मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार जी के विशेष स्नेह एवं आशीर्वाद से बिहार की राजनीति से परिवारवाद को समाप्त करके एक नए बिहार का निर्माण करूंगा।
रिपोर्ट - रंजन कुमार