माँ-बाप पहले ही छोड़ गए थे, अब चाचा ने भी घर से निकाला; अनाथ भाई-बहन ने जहर खाकर दुनिया को कह दिया अलविदा

पटना में अनाथ भाई-बहन ने दुनिया के सितम से तंग आकर अपनी जान दे दी। उन्होंने गांधी मैदान में जहर खाया और फिर लड़खड़ाते कदमों से पटना जंक्शन पहुंचे, जहां वे अचेत होकर गिर पड़े। पुलिस ने उन्हें PMCH में भर्ती कराया, लेकिन इलाज के दौरान दोनों की मौत हो

माँ-बाप पहले ही छोड़ गए थे, अब चाचा ने भी घर से निकाला; अनाथ

Patna -  राजधानी पटना में रविवार की शाम एक भाई और बहन की जिंदगी का सफर बेहद दर्दनाक तरीके से खत्म हो गया। मृतक की पहचान गोपालगंज के रहने वाले दिनेश राय और उनकी बहन गोल्डी राय के रूप में हुई है। दोनों ने गांधी मैदान में जहर खा लिया और उसके बाद पटना जंक्शन पहुंच गए।

जंक्शन पर अचेत मिले, PMCH में मौत 

रविवार शाम करीब 5 बजे दोनों भाई-बहन पटना जंक्शन के महावीर मंदिर छोर वाले गेट के पास पहुंचे थे। जहर का असर होने के कारण वे वहीं अचेत होकर गिर पड़े। भीड़ जमा हो गई, लोगों ने पानी के छींटे मारे लेकिन कोई हरकत नहीं हुई। सूचना मिलने पर पुलिस ने उन्हें तुरंत PMCH में भर्ती कराया। डॉक्टरों की तमाम कोशिशों के बावजूद, इलाज के दौरान दोनों ने दम तोड़ दिया। रेल पुलिस ने शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है और मामले की छानबीन कर रही है।

अनाथ थे दोनों, चाचा-चाची ने दिया था धोखा 

इस आत्महत्या के पीछे की कहानी बेहद दर्दनाक है। दिनेश और गोल्डी के माता-पिता का साया बचपन में ही उनके सिर से उठ गया था। वे पूरी तरह अनाथ थे। माता-पिता की मौत के बाद चाचा-चाची ने उन्हें पाला, लेकिन यह सहारा भी ज्यादा दिन नहीं टिका। एक परिचित के मुताबिक, बाद में चाचा-चाची की नीयत बदल गई। उन्होंने दोनों भाई-बहन को संपत्ति से बेदखल कर घर से निकाल दिया। अपना घर छूटने के बाद दोनों पटना के कंकड़बाग इलाके में एक किराये के मकान में रहकर किसी तरह अपना जीवन यापन कर रहे थे।

दर्द और हताशा का अंतिम कदम? 

हालांकि पुलिस अभी आत्महत्या के स्पष्ट कारणों की जांच कर रही है, लेकिन माना जा रहा है कि अनाथ होने का दर्द, अपनों द्वारा ठुकराए जाने का गम और आर्थिक तंगी ने उन्हें इतना हताश कर दिया कि उन्होंने मौत को गले लगा लिया। रविवार को गांधी मैदान में जहर खाने का उनका फैसला इसी हताशा का परिणाम प्रतीत होता है। पुलिस हर एंगल से मामले की जांच कर रही है।