रेलवे की लाल गाड़ी देखते ही बेटिकट यात्रियों में हड़कंप, दानापुर मंडल के बाढ़ स्टेशन पर पहली बार हुई सघन चेकिंग, नमो भारत से भी धराए
बेटिकट यात्रियों के की धड पकड के लिए शुरू किये गए लाल गाड़ी से आये 30 ज्यादा टीटी ने बुधवार को बाढ़ स्टेशन पर सघन जांच अभियान चलाया. इसमें दर्जनों बेटिकट यात्री धराए.

Rail News: दानापुर मंडल में बेटिकट यात्रियों को पकड़ने के लिए शुरू की गई लाल गाड़ी ने बुधवार बाढ़ स्टेशन पर पहली बार दस्तक दी. लाल गाड़ी को देखते ही बेटिकट यात्रियों में हड़कंप वाली स्थिति हो गई. बाढ़ स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर एक पर लाल गाड़ी पहुंची तो लगा कि यात्रियों में अफरा तफरी का माहौल हो गया. यह पहला मौका था जब लाल गाड़ी से टिकट चेकिंग के लिए टीटी का दस्ता आरपीएफ के सात बाढ़ आया. अप्रैल महीने से दानापुर मंडल के विभिन्न स्टेशनों पर लाल गाड़ी से टिकट चेकिंग का अभियान जारी है लेकिन पहली बार बाढ़ में इस प्रकार से टिकट चेकिंग की गई तो इससे बड़ी संख्या में बेटिकट यात्रियों को दबोचा गया.
बाढ़ स्टेशन पर कई ट्रेनों को लाल गाड़ी से आये टीटी के दस्ते ने पकड़ा जिसमें नमो भारत जैसी प्रीमियम ट्रेन भी शामिल रही. रेलवे सूत्रों के अनुसार नमो भारत में कई लोग बिना टिकट पकड़ाए जिन्हें ट्रेन से उतारकर जुरमाना किया. वहीं पटना-मोकामा रूट से गुजरने वाली कई अन्य ट्रेनों में भी लाल गाड़ी से चेकिंग हुई जिसमें दर्जनों बेटिकट यात्री धराए. इनमें से सबसे जुर्माना लिया गया वहीं कुछ को जुर्माना नहीं देने पर लाल गाड़ी में बैठाया गया. करीब 30 की संख्या में आए टीटी ने न सिर्फ ट्रेनों में सघन चेकिंग की बल्कि प्लेटफार्म पर भी अधिकांश यात्रियों की टिकट जांच की गई.
फिर लौटा दो दशक पुराना दौर
पूर्व मध्य रेलवे ने बेटिकट यात्रियों की धड पकड़ के लिए लाल गाड़ी से टिकट जांच की शुरुआत की है. हालांकि यह कोई नई पहल नहीं है. पूमरे के सीपीआरओ सरस्वती चंद्र के अनुसार यह एक पुरानी व्यवस्था है. आम लोगों का भी कहना है कि दो दशक पहले भी इस तरह से लाल गाड़ी की तर्ज पर भी विशेष जांच की प्रक्रिया होती थी. दानापुर मंडल लाल गाड़ी से अपने क्षेत्राधिकारी के रेलवे सेक्शन में ट्रेनों को रोककर टिकट की जांच कर रहा है. बिना टिकट पकड़े गए यात्रियों को लाल गाड़ी में बैठकर कोर्ट पहुंचाया जा रहा है, जहां उनसे जुर्माना वसूला जा रहा है. लाल गाड़ी दो बोगियों की एक ट्रेन होती है जिसमें टिकट जांच दस्ता के अलावा आरपीएफ सवार होते है.
टिकट बिक्री में बढ़ोत्तरी
लाल गाड़ी से टिकट जांच होने से बेटिकट यात्रा करने वालों पर रोक लगती है. इसके साथ ही टिकट बिक्री बढाने में यह सहायक है जिससे रेलवे को राजस्व में बढ़ोत्तरी होती है. यह जांच औचक तरीके से की जाती है इससे बेटिकट यात्रियों को संभलने का मौका नहीं मिलता. इतना ही नहीं साधारण टिकट लेकर स्लीपर और एसी में यात्रा करने वालों को भी इस अभियान में पकड़ा जाता है.
बाढ़ से रविशंकर की रिपोर्ट