Patna cyber fraud: पटना में साइबर ठगी का भंडाफोड़! हरियाणा पुलिस और पटना पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में दो ठग गिरफ्तार

Patna cyber fraud: पटना पुलिस और हरियाणा पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में 10 करोड़ की साइबर ठगी मामले के दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। जानें कैसे हुआ खुलासा और कौन हैं ये ठग।

Patna cyber fraud
ठगी का बड़ा खुलासा - फोटो : NEW4NATION

Patna cyber fraud:  इस वक्त कि बड़ी खबर राजधानी से है जहां पटना पुलिस और हरियाणा पुलिस की बड़ी करवाई मे 2 बड़े ठगों के सदस्यों को गिरफ्तार किया है। ताजा मामला पटना के पत्रकार नगर थाना का है जहां 4 सदस्यीय हरियाणा पुलिस की टीम शनिवार को पहुंची ।बताया जा रहा है कि हरियाणा के रेवाड़ी साइबर थाना में बीते 22 सितंबर को 10 करोड़ के एक बड़े फर्जीवाड़ा का मामला दर्ज किया गया। इस मामले में पीड़ित हरियाणा के बड़े अधिकारी को ठगों ने अपना शिकार बना 10 करोड़ की ठगी की घटना को अंजाम दिया, जिसकी शिकायत साइबर थाना रेवाड़ी में दर्ज कराई गई।

रेवाड़ी थाना हरियाणा की पुलिस ने इस मामले की तहकीकात शुरू की जिसमें ये इस ठगी की घटना का कनेक्शन बिहार के पटना जिले के पत्रकार नगर में बैंक अकाउंट ट्रांजेक्शन का लोकेशन मिला जिसके बाद हरियाणा रेवाड़ी साइबर पुलिस पत्रकार नगर थाना पहुंची और साझा करवाई मे दो लोगों पृथ्वी राज चौहान और तरुण झा को गिरफ्तार किया है ।मिली जानकारी के अनुसार पश्चिम बंगाल और अररिया के लोगों ने गिरफ्तार पृथ्वी राज और तरुण झा से संपर्क कर उसे डेढ़ करोड़ उसके अकाउंट में रखने और उसे दूसरे अकाउंट में  भेजने के बदले डेढ़ लाख देने का सौदा किया था। इस गेम का मास्टर माइंड तरुण झा बताया जा रहा है।

ट्रेडिंग और जमीन खरीद बिक्री के चक्कर में गलत काम

दरअसल गिरफ्तार तरुण झा और पृथ्वी राज चौहान पत्रकार नगर थाना क्षेत्र में एक ऑफिस खोल रखा है जिसमें ट्रेडिंग और जमीन खरीद बिक्री के आड़ में ये गोरख धंधा कर रहा था। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार गिरफ्तार अभियुक्त द्वारा टास्क ट्रेडिंग ऐप के जरिए इंस्टाग्राम और टेलीग्राम पर ऐड के जरिए लोगों को चुना लगा रहा था जिसमें हरियाणा के एक बड़े अधिकारी इसके झांसे में आ गए और रुपया डबल करने के चक्कर में इन जालसाजों के चंगुल में फंसकर 10 करोड़ गंवा दिए।आनन फानन में रेवाड़ी साइबर थाना पुलिस ने 34 लाख अकाउंट में फ्रिज करा दिया है।जिसको निकालने के पश्चिम बंगाल के इस फर्जीवाड़ा से जुड़े अपराधी पहुंचे और अकाउंट फ्रिज की जानकारी मिलते ही वहां से फरार हो गए।

पश्चिम बंगाल मुख्यालय की आशंका 

फिलहाल इस खेल का नेटवर्क कई राज्यों से जुड़ा हुआ बताया जा रहा है, जिसमें पश्चिम बंगाल मुख्यालय की आशंका जताई जा रही है।दरअसल इस बड़े साइबर गैंग के सदस्यों द्वारा बिछाए जाल में फंसे लोगों को व्हाट्सअप पर लिंक भेजकर IPO में 20 प्रतिशत का मुनाफा देने का लालच दिया जाता और बड़े ठगी की घटना को अंजाम दिया करते है ।गिरफ्तार दोनों शातिर इस बड़े गेम के छोटी मछली है रेवाड़ी साइबर पुलिस का दावा है कि इनसे पूछताछ में कई अहम जानकारियां मिली है जिसमें बड़ी मछलियों तक पहुंचा जा सकता है ।

पटना से अनिल की रिपोर्ट