SIM card limit: एक व्यक्ति अपने नाम पर रख सकता है इतने सिम कार्ड,साइबर फ्रॉड रोकने के लिए सख़्त क़ानून, बिहार में 6800 सिम वाले नेटवर्क का पर्दाफ़ाश

SIM card limit: डिजिटल युग में जहां मोबाइल और इंटरनेट इंसान की ज़िंदगी की सांस बन चुके हैं, वहीं सिम कार्ड की अंधाधुंध खेलगुज़ारी साइबर फ्रॉड के बड़े माफ़िया का चेहरा बनकर उभर रही है। ...

SIM card limit
एक व्यक्ति अपने नाम पर रख सकता है इतने सिम कार्ड- फोटो : social Media

SIM card limit: डिजिटल युग में जहां मोबाइल और इंटरनेट इंसान की ज़िंदगी की सांस बन चुके हैं, वहीं सिम कार्ड की अंधाधुंध खेलगुज़ारी साइबर फ्रॉड के बड़े माफ़िया का चेहरा बनकर उभर रही है। चौंकाने वाली बात ये है कि क़ानूनन किसी भी शख़्स के नाम पर 9 से अधिक सिम कार्ड रखना जुर्म है, लेकिन कुछ लोग 20-20 सिम अपने नाम पर चलाते पाए गए। बिहार में तो हद ही हो गई – एक व्यक्ति के नाम पर 6800 सिम कार्ड एक्टिवेट किए गए थे। यह पूरा नेटवर्क अब बंद कर दिया गया है।

बापू टॉवर सभागार में आयोजित भारतीय दूरसंचार सेवा (आईटीएस) संघ के बिहार चैप्टर के 60वें स्थापना दिवस समारोह में यह ख़ुलासा हुआ। दूरसंचार मंत्रालय के उप महानिदेशक (सुरक्षा) सूर्य प्रकाश ने कहा कि साइबर अपराध रोकने के लिए सरकार हर मोर्चे पर सक्रिय है। उन्होंने साफ़ कहा – “डिजिटल ईको-सिस्टम की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है।” इसी मक़सद से नए साइबर सुरक्षा क़ानून का ड्राफ्ट तैयार हो चुका है और नवंबर में संसद के पटल पर रखा जाएगा।

कार्यक्रम की शुरुआत बीएसएनएल बिहार के मुख्य महाप्रबंधक और चैप्टर अध्यक्ष आर.के. चौधरी के स्वागत भाषण से हुई। उन्होंने 1965 में टेलीग्राफ सेवा से शुरू हुई भारतीय दूरसंचार सेवा की गौरवगाथा सुनाई। चौधरी ने बताया कि भारत में आज 122 करोड़ टेलीकॉम उपभोक्ता, 94.4 करोड़ ब्रॉडबैंड कनेक्शन, और हर महीने 20,000 पेटाबाइट डेटा खपत होती है। यह क्षेत्र सालाना 3 लाख करोड़ रुपये का राजस्व पैदा कर रहा है और सीधे-सीधे देश की जीडीपी में 6% योगदान दे रहा है।

समारोह के मुख्य अतिथि और बीएसएनएल बिहार के पूर्व महाप्रबंधक विजय कुमार ने टेलीकॉम सेक्टर की भविष्य संभावनाओं को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि कृत्रिम बुद्धिमत्ता, बायोटेक्नोलॉजी, क्वांटम कंप्यूटिंग और न्यूरोटेक्नोलॉजी जैसे क्षेत्र टेलीकॉम के सहारे ही अरबों लोगों तक पहुंचेंगे। लेकिन साथ ही उन्होंने आगाह किया कि साइबर फ्रॉड और टेलीकॉम धोखाधड़ी राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए गहरी चुनौती हैं।

इस मौके पर बीएसएनएल के प्रधान महाप्रबंधक अरबिंद प्रसाद ने 60 साल की उपलब्धियों पर रोशनी डाली। वहीं सचिव मनीष कुमार ने “संचार साथी” साइबर सुरक्षा टूल पर कविता प्रस्तुत की और वीडियो फिल्में दिखाई।

अंत में निदेशक (अनुपालन) दीपक सिंह ने धन्यवाद ज्ञापन दिया। समारोह में बिहार सरकार के संयुक्त सचिव आशुतोष द्विवेदी, दूरसंचार विभाग के वरिष्ठ अधिकारी, और उनके परिजन भी मौजूद रहे।