Patna Metro: फिर टला पटना मेट्रो का ट्रायल रन, नई डेट तय, जानिए अब किस दिन पटरी पर दौड़ेगी ट्रेन

Patna Metro: पटना मेट्रो का इंतजार कर रहे पटनावासियों को बड़ा झटका लगा है। मेट्रो का ट्रायल रन एक बार फिर टल गया है। मेट्रो के ट्रायल के लिए अब नई डेट सामने आई है। पढ़िए आगे..

Patna Metro trial run postponed
Patna Metro trial run postponed- फोटो : social media

Patna Metro: पटनावासी लंबे समय से पटना मेट्रो का इंतजार कर रहे हैं। लेकिन उन्हें एक के बाद एक झटका लग रहा है। आज यानी 20 अगस्त से पटना मेट्रो का ट्रायल रन होना था लेकिन मेट्रो का ट्रायल रन एक बार फिर टल गया है। मिली जानकारी अनुसार अब पटना मेट्रो का ट्रायल रन सितबंर में होगा। सितंबर के पहले सप्ताह में मेट्रो का ट्रायल रन होगा तो वहीं आखिरी सप्ताह से मेट्रो की सेवा शुरु कर दी जाएगी। 

अब सितंबर में होगा ट्रायल रन 

बीते दिन सीएम नीतीश ने भी पटना मेट्रो  के कार्यों का जायजा लिया और जल्द से जल्द ट्रायल रन शुरु करने का निर्णय लिया। वहीं अधिकारियों ने बताया कि, बैरिया स्थित पटना मेट्रो टर्मिनल परिसर में ही मेट्रो रेल का ठहराव, रखरखाव एवं साफ-सफाई होगा। यहां बने प्रशासनिक भवन से मेट्रो रेल के सुचारू परिचालन का प्रबंधन कार्य किया जायेगा।

इस दिन से पटरी पर दौड़ेगी ट्रेन 

बता दें कि, पटना में मेट्रो की कुल लंबाई 32.50 किमी है। पुणे से एक सेट मेट्रो ट्रेन आई है। इसकी एसेंबलिंग जारी है। सितंबर के पहले सप्ताह तक ट्रायल की संभावना है। अभी आईएसबीटी से मलाही पकड़ी तक करीब 6.50 किमी एलिवेटेड मेट्रो को चालू करने की तैयारी है। वहीं सीएम ने कहा कि आज पटना मेट्रो रेल परियोजना के निर्माण कार्यों की प्रगति का जायजा लिया। इस दौरान बैरिया स्थित पटना मेट्रो टर्मिनल का स्थल निरीक्षण कर मेट्रो रेल के डिब्बे, रेलवे ट्रैक, यार्ड, पावर ग्रीड आदि का निरीक्षण किया। इस क्रम में पटना मेट्रो रेल के निर्माण कार्यों की प्रगति एवं अद्यतन स्थिति की जानकारी ली।

सीएम नीतीश ने दिया आदेश 

इसके पश्चात् जीरोमाईल मेट्रो स्टेशन का भी निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान पटना मेट्रो निर्माण कार्य में तेजी लाने का अधिकारियों को निर्देश दिया। गौरतलब हो कि पहले चरण में न्यू आईएसबीटी, मलाही पकड़ी, खेमनीचक, भूतनाथ रोड, बाईपास पर मैट्रो दौडेगी। मैट्रो के चलने से पटना की बढ़ती ट्रैफिक समस्या में राहत मिलेगी।लोगों का यात्रा समय कम होगा।सड़कों पर गाड़ियों का दबाव घटेगा, जिससे प्रदूषण में भी कमी आएगी।