Patna PMCH Scam: पटना के PMCH में घोटाला! ED ने कसा शिकंजा, PMLA के तहत 3.01 करोड़ रुपये की संपत्ति की जब्त
Patna PMCH Scam: डी ने पीएमएलए के तहत पटना मेडिकल कॉलेज भ्रष्टाचार केस में 3.01 करोड़ रुपये की संपत्तियां कुर्क कीं। 16 साल पुराने घोटाले में अब तक कुल 6.15 करोड़ की संपत्तियां जब्त।

Patna PMCH Scam: 2008-09 और 2009-10 के बीच पटना मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (PMCH) में हुए घोटाले में, तत्कालीन अधीक्षक ओपी चौधरी और उनके सहयोगियों ने दवाइयों, मेडिकल उपकरणों और रसायनों की जरूरत से अधिक और अत्यधिक ऊंची दरों पर खरीदारी की थी।इससे सरकार को लगभग ₹12.63 करोड़ की राजस्व हानि हुई। इस राशि का अधिकांश हिस्सा आपूर्तिकर्ताओं और अधिकारियों की मिलीभगत से हड़प लिया गया।
ईडी की ताजा कार्रवाई: कुर्क की गई 3.01 करोड़ की संपत्ति
प्रवर्तन निदेशालय (ED) के पटना जोनल कार्यालय ने धन शोधन निवारण अधिनियम (PMLA), 2002 के तहत 10 संपत्तियों को अंतिम रूप से कुर्क किया है। इन संपत्तियों की अनुमानित कुल कीमत ₹3.01 करोड़ है।
कुर्क की गई संपत्तियां किसकी?
यह संपत्तियाँ मेडिकल उपकरण और दवा आपूर्तिकर्ताओं की हैं।इन्हें PMCH के अधिकारियों की मदद से अनुचित लाभ पहुंचाया गया था। इन आपूर्तिकर्ताओं ने सरकारी सिस्टम में मिलीभगत से सस्ती वस्तुएं महंगे दाम पर बेचीं और भारी मुनाफा कमाया।
ओपी चौधरी और गिरोह की कहानी: सिस्टम का सुनियोजित दुरुपयोग
पहले भी 5 नवंबर 2020 को ईडी ने इसी मामले में ओपी चौधरी,विनोद कुमार सिंह,गणेश प्रसाद सिंह,अमित कुमार ढांढानिया और बिमल डालमिया समेत उनके परिवारों की लगभग ₹3.14 करोड़ की संपत्तियों को कुर्क किया था।अब तक इस केस में कुल कुर्क संपत्ति की कीमत ₹6.15 करोड़ से अधिक हो चुकी है। इन सभी पर आपराधिक षड्यंत्र, सरकारी धन का दुरुपयोग और मनी लॉन्ड्रिंग जैसे संगीन आरोप हैं।