Patna Crime - पटना में विदेशी युवती से रेप कर भाग रहे आरोपी को पुलिस ने चलती ट्रेन से उठाया, दूसरा आरोपी भी गिरफ्तार

Patna Crime - पटना में विदेशी युवती से रेप कर भाग रहे आरोपी
विदेशी महिला से रेप के आरोपी गिरफ्तार- फोटो : अनिल कुमार

Patna - पटना में प्राइवेट बस में विदेशी महिला से रेप केस में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने बताया कि घटना के बाद दोनों आरोपी पटना छोड़कर फरार   हो गए थे। दोनों को अलग अलग जगह से गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने दोनों आरोपियों की पहचान कार्तिक राय और सुनील कुमार के रूप में की है. 

 मामले में जानकारी देते   हुए पटना सेंट्रल एसपी ने बताया कि घटना को अंजाम देने के बाद बिहार छोड़कर पश्चिम बंगाल भागने के फिराक में था। वहीं पकड़े जाने के  दोनों अलग अलग जगह फरार हो गए। जहां सुनील कुमार औरंगाबाद भाग गया। वहीं कार्तिक राय ट्रेन से पश्चिम बंगालभागने की फिराक में था।  इसी दौरान पुलिस ने उसे बरौनी के पास ट्रेन से गिरफ्तार कर लिया। आरोपी कार्तिक राय के पास से महिला का आइकार्ड, नेपाली SIM, वगैरह महिला के बरामद किए गए हैं।

 उन्होंने बताया कि देर रात को बस के अंदर सफाई करने के बाद सीधे कोलकाता भाग गया था। लड़की का सामान वहां बेच दिया। फिर वापस मुजफ्फरपुर आया था। इसके बाद दोबारा कोलकाता जा रहा था। सुनील औरंगाबाद से पहले पकड़ा गया। इसी की निशानदेही पर कार्तिक को पकड़ा गया। वहीं बस को भी जब्त कर लिया गया है। 

शादी शुदा  हैं दोनों आरोपी

पुलिस ने बताया कि कार्तिक शादी शुदा है। एक बेटा है। सुनील शादी शुदा है। कार्तिक बस ड्राइवर है और वो मुजफ्फरपुर का रहने वाला है। बताया जाता है कि उसे नेपाली भाषा भी बोलने आती है। इसी का फायदा उठाकर उसने लड़की को अपने जाल में फंसा लिया।

FIR के मुताबिक, कार्तिक जवानों को BMP 1 से गांधी मैदान रोज छोड़ने और लाने जाता था। जब उसे जवानों को ले जाना या लाना रहता तब वो पीड़िता गांधी को मैदान के बाहर गेट नंबर 5 के आसपास वेट करने को कहता था। उसके मोबाइल, रुपए वगैरह सब अपने पास रख लेता था।

गांधी मैदान के पास रो रही थी

इसी दौरान मंगलवार के दिन भी ऐसा ही हुआ था। युवती बैठकर गेट नंबर 5 के पास रो रही थी। इसी बीच वहां के दुकानदारों और परेड के लिए गांधी मैदान आए गोरखा रेजिमेंट के जवानों ने लड़की को देखा। इसके बाद इसकी जानकारी गोरखा समाज समिति के अध्यक्ष सूरज थापा को सूचना दी गई।

सूरज थापा ओला बुक कर के आए और युवती को अपने साथ लेकर कौशल नगर चले गए। जिसके बाद वह पुलिस के पास पहुंची।

सिलिगुड़ी से आई पटना

पीड़िता ने बताया परिवार एक सौतेली मां और दो सौतेले भाई हैं। सौतेली मां अक्सर पीड़िता पर कमाने का दबाव बनाकर रुपए की डिमांड कर रही थी, जिस प्रेशर में वो घर छोड़कर काम ढूंढने आई।''मैं जब घर से निकली को उन लोगों ने मुझे भाड़ा तक नहीं दिया। फिर मैं इंडिया आई। मैं पटना ट्रेन से आई थी। ड्राइवर ने काम दिलाने के नाम पर बस में बैठा दिया।'

तीन तारीख को पाटलिपुत्र जंक्शन पहुंची। जहां दो दिन स्टेशन  पर गुजारा। जहां कार्तिक से मुलाकात हुई। उसने काम दिलाने के भरोसा दिया। जिसके बाद सुनील कुमार के घर ले जाकर 4 अगस्त की रात में ही दुष्कर्म किया गया था।

सेंट्रल एसपी ने बताया कि दोनों घटना को अंजाम देने के बाद साक्ष्य मिटाते हुए फरार हो गए। सुनील की भूमिका युवती को बेचने की थी। वो बेचने की फिराक में था। 

रिपोर्ट - अनिल कुमार