Gopal khemka murder - उद्योगपति गोपाल खेमका मर्डर केस में पुलिस चार्जशीट दायर करने को तैयार, 90 दिन पूरे होने से पहले जांच पूरी

Gopal khemka murder - पटना में उद्योगपति गोपाल खेमका मर्डर केस में पुलिस ने अपनी जांच पूरी कर आज कोर्ट में चार्जशीट दायर कर दी है। जिसके बाद अब कोर्ट ट्रायल शुरू होगा।

Gopal khemka murder - उद्योगपति गोपाल खेमका मर्डर केस में पु
गोपाल खेमका मर्डर केस में चार्जशीट दायर- फोटो : अनिल कुमार

Patna : राजधानी पटना के जाने-माने उद्योगपति गोपाल खेमका की हत्या के मामले में पटना पुलिस 90 दिनों की निर्धारित अवधि से पहले ही कोर्ट में चार्जशीट दाखिल करने की तैयारी में है। यह कदम यह सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है कि मामला त्वरित गति से आगे बढ़े और आरोपियों को जल्द से जल्द सजा मिल सके। पुलिस का कहना है कि उन्होंने इस जघन्य अपराध से जुड़े सभी महत्वपूर्ण सबूत जुटा लिए हैं।

जुलाई को हुई थी वारदात

यह घटना 4 जुलाई, 2025, शुक्रवार को हुई थी। उस दिन गोपाल खेमका अपने अपार्टमेंट के गेट पर अपनी गाड़ी के अंदर बैठे थे, तभी बाइक पर सवार अपराधियों ने उन पर हमला कर दिया। अपराधियों ने बहुत करीब से उन पर चार गोलियां दागीं, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। वारदात को अंजाम देने के बाद अपराधी तुरंत फरार हो गए थे। इस हत्याकांड ने पूरे शहर में सनसनी फैला दी थी।

आरोपी गिरफ्तार और पूछताछ

पुलिस ने इस मामले में राजेश कुमार और संजय पासवान नामक दो मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इन गिरफ्तारियों के बाद, पुलिस ने उनसे गहन पूछताछ की और इस हत्याकांड में शामिल अन्य लोगों के बारे में भी महत्वपूर्ण जानकारी हासिल की है। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज, कॉल डिटेल्स और अन्य तकनीकी सबूतों के आधार पर जांच शुरू की थी, जिसके बाद इन दोनों को पकड़ा गया।

जांच में सहयोग और सबूतों का संग्रह

पुलिस ने इस मामले में कई अन्य लोगों से भी पूछताछ की है, जिनमें खेमका के परिवार के सदस्य, कर्मचारी और उनके व्यावसायिक साझेदार शामिल हैं। जांच दल ने घटनास्थल से लेकर फॉरेंसिक रिपोर्ट तक सभी सबूतों को सावधानीपूर्वक इकट्ठा किया है। बरामद किए गए हथियार, फिंगरप्रिंट और अन्य भौतिक सबूतों को भी जांच के लिए भेजा गया है। इन सभी सबूतों और आरोपियों से मिली जानकारी के आधार पर ही पुलिस ने चार्जशीट तैयार की है।

न्याय की उम्मीद

पुलिस के इस त्वरित कदम से यह उम्मीद जगी है कि पीड़ित परिवार को जल्द न्याय मिलेगा। 90 दिनों की अवधि से पहले चार्जशीट दाखिल करना यह दिखाता है कि पुलिस इस मामले को कितनी गंभीरता से ले रही है। अब यह मामला कोर्ट में जाएगा, जहां सभी सबूतों और गवाहों के आधार पर फैसला होगा। पटना पुलिस के इस प्रयास से शहर में अपराध पर लगाम कसने के लिए एक सकारात्मक संदेश गया है।

Report - anil kumar