पटना में थानेदार निकला रंगबाज! थाने में लाकर जमकर पीटा फिर लाखों रूपये वसूल धमकाते हुए छोड़ा

पीड़ित ने DGP से लिखित शिकायत के बाद दानापुर कोर्ट में परिवारवाद सख्या 1238/C/2025 भी किया दायरा,घटना से जुड़े CCTV की मांग करते हुए गंभीर आरोप लगाये है.

पटना में थानेदार निकला रंगबाज! थाने में लाकर जमकर पीटा फिर ल
पटना में थानेदार निकला रंगबाज! थाने में लाकर जमकर पीटा फिर लाखों रूपये वसूल धमकाते हुए छोड़ा- फोटो : NEWS 4 NATION

राजधानी पटना में एक थानेदार पर गुंडागर्दी, अवैध वसूली और मारपीट का एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। पीड़ित होटल संचालक देवेन्द्र प्रसाद सिंह (राजशाही पैलेस, पाटलीपुत्रा जंक्शन के मालिक) ने आरोप लगाया है कि दिनांक 26.11.2025 की रात रूपसपुर थाना के पुलिसकर्मी उन्हें और उनके दो स्टाफ को उठाकर थाने ले आए। पीड़ित का दावा है कि रात लगभग 12 बजे थाना अध्यक्ष शशि भूषण कुमार सिंह ने उन्हें अपने कार्यालय में लात-घूँसों और बेल्ट से बुरी तरह मारा-पीटा और जान से मारने की धमकी देकर ₹2,30,000/- (दो लाख तीस हजार रुपये) की मांग की। अगले दिन, 27.11.2025 को उनके बेटे ने यह रकम थाना अध्यक्ष के निर्देश पर थाना के पीछे स्थित मगध विलास गेस्ट हाउस में पुलिस चालक को दी, जिसके बाद उन्हें छोड़ा गया। 


दहशत के साए में होटल कारोबारी ने लगाई न्याय की गुहार 

थानेदार पर गुंडागर्दी का आरोप लगाने वाले पीड़ित ने डीजीपी बिहार को लिखित आवेदन में  पुरे घटना क्रम को सिलसिलेवार ढंग से  लिखा है कि...................

श्रीमान्, दिनांक 26.11.2025 की रात लगभग 10:00 बजे रूपसपुर थाना से तीन पुलिसकर्मी एक व्यक्ति के साथ मेरे होटल आए। उन्होंने मेरे स्टाफ को बताया कि उक्त व्यक्ति के साथ होटल के कमरा नंबर 108 में (जो कि मीटिंग के नाम पर बुक किया गया था) छीन-झपट हुई है।मेरे स्टाफ की सूचना पर जब मैं होटल पहुँचा, तो पुलिस मुझे और मेरे दोनों स्टाफ को रूपसपुर थाना ले आई। रात के लगभग 12:00 बजे थाना अध्यक्ष शशि भूषण कुमार सिंह ने मुझे और मेरे स्टाफ को अपने कार्यालय में लात-घूँसों और बेल्ट से बुरी तरह मारा-पीटा।

मारपीट के दौरान उन्होंने मेरी और मेरे स्टाफ की बहन की गंदी-गंदी गालियाँ देते हुए धमकी दी कि "आधा घंटे के अंदर ₹2,30,000/- (दो लाख तीस हजार रुपये) जहाँ से भी लाओ, मंगवाओ, नहीं तो तुमको और तुम्हारे दोनों स्टाफ को आज जिंदा नहीं छोड़ेंगे।"


अगले दिन, 27.11.2025 को मेरा लड़का पैसा लेकर थाना आया। थाना अध्यक्ष शशि भूषण कुमार सिंह ने पैसा थाना में लेने से मना कर दिया और थाना के चालक को निर्देश दिया कि वह मेरे पुत्र को थाना के पीछे स्थित मगध विलास गेस्ट हाउस ले जाकर पैसे ले ले। चालक ने गेस्ट हाउस ले जाकर मेरे पुत्र से पूरा पैसा (₹2,30,000/-) वसूल लिया।

इसके बाद, दिनांक 27.11.2025 की रात्रि लगभग 8:00 बजे मुझे और मेरे स्टाफ को थाना से छोड़ा गया। थाना से बाहर निकलते समय शशि भूषण कुमार सिंह ने मुझे धमकी दी कि "साला, बाहर किसी को बताया या कोर्ट-कचहरी गया या वरीय पुलिस पदाधिकारी के पास शिकायत की तो अगली बार घर से उठा कर सीधा इनकाउंटर कर देंगे और तुम्हारा होटल बंद करवा देंगे।"

श्रीमान्, दो दिनों तक पुलिस मेरे घर के आस-पास निगरानी कर रही थी, जिसके डर से मैं घर से बाहर नहीं निकल सका।

अतः, श्रीमान् से मेरा विनम्र प्रार्थना है कि:

दिनांक 26.11.2025 की रात 10:00 बजे से 12:30 बजे तक का रूपसपुर थाना के CCTV कैमरा फुटेज की तत्काल जांच की जाए और उसे सुरक्षित (सीज) कराया जाए।

मगध विलास गेस्ट हाउस के भी CCTV फुटेज की जांच की जाए, जिससे सच्चाई स्पष्ट हो सकेगी।

उपरोक्त तथ्यों की निष्पक्ष जांच कर थाना अध्यक्ष शशि भूषण कुमार सिंह और अन्य दोषी पुलिसकर्मियों के विरुद्ध विधि सम्मत कठोर कार्रवाई की जाए।

मैं आपका सदा आभारी रहूँगा।

डीजीपी और कोर्ट में शिकायत

पीड़ित देवेन्द्र प्रसाद सिंह ने आरोप लगाया है कि पैसे लेने के बाद थानेदार शशि भूषण कुमार सिंह ने उन्हें एनकाउंटर करने और होटल बंद करवा देने की धमकी देते हुए छोड़ा, जिसके डर से उन्हें कई दिन पुलिसिया निगरानी के खौफ में गुजारने पड़े। आखिरकार, पीड़ित ने इस गंभीर मामले की लिखित शिकायत बिहार पुलिस के मुखिया (डीजीपी) से की है। साथ ही, उन्होंने दानापुर कोर्ट में भी परिवारवाद संख्या 1238/C/2025 के तहत मामला दर्ज कराया है। पीड़ित ने अपनी शिकायत में रूपसपुर थाना और मगध विलास गेस्ट हाउस के CCTV फुटेज की जांच और फुटेज सुरक्षित रखने की मांग की है, ताकि सच्चाई सामने आ सके और दोषी थानेदार व पुलिसकर्मियों पर कानूनी कार्रवाई हो सके। यह घटना स्थानीय प्रशासन के लिए चुनौती बन गई है, क्योंकि किसी भी पुलिस अधिकारी की अनुशासनहीनता सीधे तौर पर जनता के विश्वास और सुरक्षा पर असर डाल सकती है। 

रिपोर्ट - रंजित कुमार