Bihar Politics : राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान से मिले पूर्णिया सांसद पप्पू यादव, टेंडर मैनेज की उच्च स्तरीय जाँच कराने को लेकर सौंपा ज्ञापन
Bihar Politics : पूर्णिया सांसद पप्पू यादव ने बिहार के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान से मुलाकात की. इस मौके पर उन्होंने टेंडर मैनेज करने के मामले के उच्च स्तरीय जांच की मांग की......पढ़िए आगे

PATNA : पूर्णिया सांसद पप्पू यादव आज राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान से मुलाक़ात कर बिहार में सरकारी टेंडर प्रक्रिया में लगातार हो रहे धांधली एवं टेंडर मैनेज की उच्च स्तरीय जाँच सी बी आई से कराने का आग्रह किया। उन्होंने कहा की रिशु रंजन सिन्हा उर्फ रिशुश्री 2005 से लगातार सिंचाई विभाग,स्वास्थ्य विभाग और विल्डिंग विभाग के टेण्डर को मैनेज करता हैं. टेंडर मैनेजमेंट में इन विभागों के सचिव भी शामिल हैं. हमने राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान से मिलकर 2005 से लेकर अभितक के सभी टेंडर की सीबीआई जाँच कराने का आग्रह किया हैं।
राज्यपाल को दिए ज्ञापन में पप्पू यादव ने कहा कि बिहार में 90 के दशक से लेकर 2005 तक सरकारी टेंडर माफियाओं के द्वारा मैनेज किया जाता था, जिसमें कई बाहुबली शामिल थे जो जगजाहिर है। हर बाहुबली का इलाका और सरकारी विभाग तय होता था, जिससे कोई बाहुबली एक दुसरे के मामले में दखल नहीं देता था । उस दौर में AK-47 का मतलब टेंडर मैनेज होता था। लेकिन 2005 के बाद सरकार बदली एवं सरकारी नियम बदला तथा सरकारी टेंडर मैनेज करने का सिस्टम भी बदला। उसके बाद बाहुबलियों का कब्ज़ा कमजोर होने लगा और इसपर सरकारी अफसर अभियंता एवं बिचौलियों का कब्ज़ा होने लगा। इसी क्रम में 2005 में सरकार के चहेते अधिकारी, अभियंता तथा बिचौलिया हर सरकारी कार्य पर हावी हो गए। लेकिन इस पर न तो सरकार का ध्यान गया और ना ही जाँच एजेंसी का आखिर जाता क्यों, क्योंकि सभी लोगों की हिस्सेदारी थी।
इसी संबंधित कड़ी में वरिष्ठ नौकरशाह संजीव हंस का नाम आया जो बिहार में गरीब जनता के गाढ़ी कमाई का मोटा हिस्सा अपने और अपने परिवार के लिए लुटा जिसकी जाँच ई०डी द्वारा किया जा रहा है। वर्तमान में वे जेल में बंद है | अभी एक और नया नाग आया जो रिशुश्री है वह पर्दा के पीछे रहकर भ्रष्ट्राचार करता था एवं बड़े-बड़े नौकरशाह, वरिष्ठ अभियंता के लिए दलाली करता था जिसका जिक्र ई०डी० ने भी किया हैं। पप्पू यादव ने कहा कि मामला बड़े पैमाने पर घूसखोरी का है बहुत पहले ही ई०डी० ने बिहार सरकार के गृह विभाग को पत्र लिखकर इस मामले में एफ०आई०आर० दर्ज करने की सिफारिश की थी। लेकिन बिहार सरकार गहरी नींद में सोई रहीं। ई०डी० द्वारा विस्तार से रिशुश्री की भूमिका और सरकारी अधिकारीयों के बीच संबंध की जानकारी दी गयी थी। ई०डी० की जाँच में खुलासा हुआ था की रिशु रंजन सिन्टा उर्फ रिशुश्री बड़े पैमाने पर धांधली करता हैं. मौक़े पर प्रेमचंद सिन्ह और राजेश पप्पू भी मौजूद थे।
साक्षी झा की रिपोर्ट