Bihar News : राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग ने जारी की अंचल कार्यलयों की रैंकिंग, जानिए बिहार के किस अंचल कार्यालय ने किया टॉप और कौन रहा फिसड्डी....
Bihar News : बिहार में अंचल कार्यालयों के काम काज के तरीकों को लेकर हर महीने उनकी रैंकिंग जारी की जा रही है. जानिए अप्रैल महीने में किस अंचल ने टॉप और कौन फिसड्डी साबित हुआ है.....पढ़िए आगे

PATNA : राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग द्वारा नियमित रूप से अंचल कार्यालयों से लेकर जिलों तक किये जा रहे राजस्व कार्यों की समीक्षा की जा रही है। इसका उद्देश्य आम जनता को राजस्व विभाग की सेवाओं का लाभ समुचित रूप से दिलाना है। इसी क्रम में विभाग द्वारा राज्य के सभी 534 अंचल कार्यालयों की समीक्षा कर उनकी अप्रैल माह की रैंकिंग जारी की गई है। अंचल कार्यालयों की रैंकिंग जारी होने और उनके कार्यों की लगातार समीक्षा से कार्यप्रणाली में क्रमवार सुधार जारी है। अप्रैल माह की रैंकिंग में बांका का फुल्लीडुमर अंचल कार्यालय पिछले माह के सातवें से पहले स्थान पर पहुंच गया है। जमुई का लक्ष्मीपुर अंचल पिछले माह के नंबर एक से इस माह दूसरे स्थान पर तो बेगूसराय का खोदबंदपुर अंचल दसवें से इस माह तीसरे स्थान पर पहुँच गया है। औरंगाबाद का हसपुरा दूसरे से इस माह आठवें तो बांका का बरहट तीसरे से 31 वें स्थान पर पहुंच गया है। फरवरी में पहले स्थान पर सारण का नगरा और दूसरे स्थान पर औरंगाबाद का हसपुरा अंचल था। अप्रैल में नगरा आठवें स्थान पर है। राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के मंत्री संजय सरावगी ने कहा कि विभाग द्वारा प्रत्येक माह कार्य के हिसाब से रैंकिंग जारी की जाती है। इससे अंचल कार्यालयों में सकारात्मक सुधार दिख रहा है। अप्रैल माह में कई अंचलों ने लंबी छलांग लगाई है। विभाग का उद्देश्य भी यही है। स्वस्थ प्रतिस्पर्धा की भावना से जनता का भला होगा और समय से उनके कार्य पूरे होंगे।
रैंकिंग का आधार
अंचल कार्यालयों की रैंकिंग परिमार्जन प्लस, म्यूटेशन, अभियान बसेरा-2, आधार सीडिंग की स्थिति इत्यादि के आधार पर की जाती है। रैंकिंग में अंचल कार्यालयों को म्यूटेशन पर 20 अंक, परिमार्जन प्लस पर 25 अंक, अभियान बसेरा-2 पर 15 अंक, आधार सीडिंग पर 2.5 अंक, ऑनलाइन एलपीसी पर 2.5 अंक, ई मापी पर 15 अंक, अतिक्रमणवाद निबटारे पर पांच अंक, जमाबंदी पर पांच अंक और सरकारी जमीन की इंट्री और वेरीफिकेशन पर 10 अंक दिये जाते हैं। इनमें सबसे अधिक अंक परिमार्जन प्लस पर मिलते हैं। टॉपर फुल्लीडुमर को 100 में 84.40, दूसरे टॉपर लक्ष्मीपुर को 80.62 अंक मिले हैं तो तीसरे नंबर पर पहुंचे खोदबंदपुर को 80.01 अंक मिले हैं।
296 से 10 वें स्थान पर पहुंचा पटना सदर
अप्रैल महीने की रैंकिंग में पटना सदर अंचल ने लंबी छलांग लगाई है और मार्च के 296 वें स्थान से इस रैंकिंग में दसवें स्थान पर पहुंच गया है। बेगूसराय का खोदबंदपुर अंचल पिछले माह के 10 वें से तीसरे, सीतामढ़ी का सोनवर्षा अंचल 21 वें से चौथे स्थान पर, जहानाबाद का घोसी अंचल 31 वें से पांचवें, गया का डुमरिया अंचल मार्च के 143 वें स्थान से सातवें स्थान पर पहुंच गया है। पूर्वी चंपारण का छौड़ादानो अंचल 156 से 11 वें, बांका का बांका सदर अंचल 17 से 12 वें, सिवान का मैरवा अंचल 78 से 13 वें, सिवान का सिवान सदर अंचल 132 से 14 वें, वैशाली का पातेपुर 24 से 15 वें, सीतामढ़ी का चोरौत 36 से 16 वें, मुजफ्फरपुर का पारू अंचल 25 से 17 वें, जहानाबाद का रतनी फरीदपुर 11 वें से 18 वें, बक्सर का केशठ अंचल 13 से 19 वें तो शेखपुरा का शेखोपुरसराय 09 वें से 20 वें स्थान पर पहुंच गया है।
टॉप और अंतिम अंचलों की सूची
टॉप 10 अंचल कार्यालय में फुल्लीडुमर (बांका)-84.40 अंक, लक्ष्मीपुर(जमुई)- 80.62 अंक, खोदबंदपुर (बेगूसराय)-80.01 अंक, सोनवर्षा (सीतामढ़ी)- 78.30 अंक, घोसी (जहानाबाद)-77.38 अंक, केसरिया (पूर्वी चंपारण)-77.27 अंक, डुमरिया (गया)-76.65 अंक, नगरा (सारण)- 75.93 अंक, हसपुरा (औरंगाबाद)- 75.93 अंक और पटना सदर (पटना)- 75.89 अंक शामिल है। वहीँ अंतिम 10 अंचल कार्यालय में राजपुर(रोहतास)- 38.65 अंक, बोधगया (गया)- 37.81 अंक, कटिहार सदर(कटिहार)- 37.75 अंक, मोहनपुर (समस्तीपुर)- 37.19 अंक, कदवा (कटिहार)- 36.86 अंक, बड़हरा(भोजपुर)- 36.57 अंक, जगदीशपुर (भागलपुर)- 36.01 अं8. बथानी (गया)- 35.20 अंक, कोढ़ा (कटिहार)- 34.37 अंक और दुलहिन बाजार (पटना)- 31.82 अंक शामिल है।