बिहार की राजनीति में नई एंट्री, रितु जायसवाल बनाएंगी अपनी नई पार्टी
RJD से बगावत कर चुनाव लड़ने वाली रितु जायसवाल अब बनाएंगी खुद की पार्टी बनाने की तरफ एक कदम बढा चुकी है. रितु जायसवाल ने अपने आधिकारिक फेसबुक पेज के माध्यम से इस बात की जानकारी दी
राष्ट्रीय जनता दल (RJD) की पूर्व नेता और पूर्व में मुखिया रह चुकी रितु जायसवाल ने बिहार की राजनीति में एक बड़ी घोषणा की है। उन्होंने अपनी खुद की एक नई राजनीतिक पार्टी बनाने की दिशा में कदम बढ़ाया है। रितु जायसवाल ने अपने आधिकारिक फेसबुक पेज के माध्यम से इस बात की जानकारी दी, जिसके बाद से ही राजनीतिक गलियारों में हलचल तेज हो गई है। उनके इस कदम को विशेष रूप से आरजेडी के लिए एक नई चुनौती के रूप में देखा जा रहा है।
युवाओं और महिलाओं को प्रतिनिधित्व देने पर जोर
आरजेडी की महिला शाखा की पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रितु जायसवाल ने अपनी पोस्ट में बताया कि वह अगले कुछ महीनों में बिहार के युवाओं और महिलाओं से संवाद करेंगी। इस संवाद के आधार पर वह एक नई राजनीतिक पार्टी बनाने पर विचार करेंगी। उन्होंने स्पष्ट किया कि उनकी पार्टी का मुख्य आधार महिलाओं को उचित प्रतिनिधित्व, युवाओं को आगे बढ़ने का मौका, और टिकटों की खरीद-फरोख्त व परिवारवाद से मुक्ति होगा। रितु जायसवाल, जिन्हें 'मुखिया दीदी' के रूप में भी जाना जाता है, सामाजिक कार्यों और प्रगतिशील मुखिया के रूप में पुरस्कार जीत चुकी हैं।

RJD से बगावत कर लड़ा था पिछला चुनाव
रितु जायसवाल का यह फैसला आरजेडी से उनके पिछले मतभेदों की पृष्ठभूमि में आया है। हाल ही में उन्होंने परिहार सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में विधानसभा चुनाव लड़ा था। दरअसल, वह इस सीट से आरजेडी टिकट की दावेदार थीं, लेकिन पार्टी ने वरिष्ठ नेता डॉ. रामचंद्र पूर्वे की बहू स्मिता पर्व को टिकट दे दिया था, जिसके विरोध में रितु जायसवाल ने बगावत कर निर्दलीय चुनाव लड़ा था। हालांकि उन्हें जीत नहीं मिली, लेकिन उन्होंने 65,000 से अधिक मत प्राप्त किए थे। अब माना जा रहा है कि अगर रितु जायसवाल अपनी पार्टी बनाती हैं, तो यह आरजेडी के पारंपरिक वोट बैंक और क्षेत्र में उनकी चुनावी संभावनाओं को प्रभावित कर सकती है।