Bihar Politics: 'राजनीति की भेंट चढ़ी पढ़ाई', चंपारण में पीएम मोदी की रैली के लिए बंद हुए स्कूल, कॉलेज, तो नीतीश पर भड़के RJD MLC

Bihar Politics: बिहार में पीएम मोदी के आगमन को लेकर तैयारियां तेज है। पीएम मोदी की सभा को लेकर चंपारण में स्कूल, कॉलेज बंद कर दिए गए हैं जिसको लेकर राजद एमएलसी ने बड़ा हमला बोला है..

RJD MLC got angry on cm Nitish
RJD MLC got angry on cm Nitish- फोटो : social media

Bihar Politics:  बिहार के मोतिहारी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का 18 जुलाई को कार्यक्रम प्रस्तावित है। पीएम मोदी के कार्यक्रम को लेकर तैयारियां अंतिम चरण पर है। वहीं पीएम मोदी के कार्यक्रम को लेकर चंपारण के सभी स्कूल, कॉलेज और आंगनबाड़ी केंद्रों को बंद कर दिया गया है। जिसको लेकर अब राजद ने सीएम नीतीश पर बड़ा हमला बोला है। राजद ने कहा है कि छात्रों की पढ़ाई राजनीति की भेंट चढ़ रही है। सभा के नाम पर शिक्षा बंद कर दिया गया है और अभियंताओं से वसूली की जा रही है।  

राजद एमएलसी का बड़ा बयान 

दरअसल, MLC RJD सौरव कुमार ने कहा कि, 18 जुलाई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मोतिहारी आगमन को लेकर जिला प्रशासन ने सभी शैक्षणिक संस्थानों को दो दिन के लिए बंद करवा दिया है। क्या अब छात्रों की पढ़ाई भी राजनीति की भेंट चढ़ेगी? सभा की "भव्यता" के लिए मोतिहारी, बेतिया, गोपालगंज, बगहा और उत्तर प्रदेश से भीड़ जुटाई जा रही है।

अभियंताओं से की जा रही है वसूली

उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि, सूत्रों के अनुसार, विभागीय अभियंताओं से चुपचाप चंदा भी वसूला जा रहा है। यह आयोजन लोकतंत्र का उत्सव नहीं, दबाव और दिखावे का तमाशा बन गया है। बता दें कि पहले मोतिहारी के सभी निजी सरकारी स्कूल, कॉलेज, कोचिंग और आंगनबाड़ी केंद्रों को बंद कर दिया गया है। जिसके बाद राजद एमएलसी ने बड़ा हमला बोला है। 

डीएम ने क्यों दिया आदेश 

जिलाधिकारी द्वारा जारी किए गए पत्र में इस निर्णय के पीछे के दो प्रमुख कारण बताए गए हैं। पहला कारण है यातायात प्रबंधन। पीएम के कार्यक्रम में भारी भीड़ जुटने की संभावना है, जिससे शहर के सभी प्रमुख मार्गों पर वाहनों का भारी दबाव रहेगा। ऐसे में स्कूली वाहनों और बच्चों को आने-जाने में भारी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। दूसरा और महत्वपूर्ण कारण है भीषण गर्मी। जुलाई के महीने में बिहार में पड़ने वाली चिलचिलाती धूप और गर्मी बच्चों के स्वास्थ्य पर बुरा असर डाल सकती है। प्रशासन का मानना है कि बच्चों को ऐसे मौसम में घर से बाहर निकालने से उनके स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है।