एस. सिद्धार्थ ने कसा एक और शिकंजा, BEO के कामकाज पर अब जिलाधिकारी रखेंगे नजर, लापरवाही किया तो जाएगी ...
शिक्षा विभाग के ACS डॉ. सिद्धार्थ ने पत्र में स्पष्ट किया है कि यदि किसी BEO के कार्य में लापरवाही या उदासीनता के प्रमाण मिलते हैं, तो संबंधित अधिकारी को पद से हटाया जा सकता है।

Bihar Education News: बिहार के शिक्षा विभाग ने प्रखंड स्तर पर शैक्षणिक कार्यों की निगरानी और जवाबदेही को सख्त बनाने की दिशा में अहम कदम उठाया है। विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस. सिद्धार्थ ने सभी जिलों के जिलाधिकारियों को पत्र लिखकर निर्देश दिया है कि वे अपने-अपने जिले के प्रखंड शिक्षा पदाधिकारियों (BEO) के कार्यों की नियमित समीक्षा करें।
इसे लेकर एस. सिद्धार्थ की ओर से 1 अगस्त को सभी डीएम को पत्र जारी किया गया है. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से राज्य भर के जिला शिक्षा पदाधिकारियों ने भाग लिया। बैठक में यह बात सामने आई कि कई प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी अपने कार्यों का प्रभावी तरीके से अनुश्रवण और क्रियान्वयन नहीं कर रहे हैं, जिससे शैक्षणिक योजनाओं के उद्देश्यों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है।
डॉ. सिद्धार्थ ने पत्र में स्पष्ट किया है कि यदि किसी BEO के कार्य में लापरवाही या उदासीनता के प्रमाण मिलते हैं, तो संबंधित अधिकारी को पद से हटाया जा सकता है। उन्होंने जिलाधिकारियों से जिला शिक्षा पदाधिकारियों के साथ समन्वय बनाकर समीक्षा करने और आवश्यकता पड़ने पर कार्यहित में आवश्यक बदलाव करने के निर्देश दिए हैं।
इस फैसले का उद्देश्य शिक्षा व्यवस्था को अधिक पारदर्शी और जवाबदेह बनाना है, ताकि राज्य में शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार हो और योजनाओं का लाभ जमीनी स्तर तक पहुंचे।