Bihar New voter list - 65 लाख वोटरों के नाम काट दिया, लेकिन नहीं बताई वजह, राजद सांसद ने चुनाव आयोग पर अपने ही बातों से मुकरने का लगाया आरोप
Bihar New voter list - नई वोटर लिस्ट को लेकर चुनाव आयोग घिर गया है। राजद सांसद सुधाकर सिंह ने चुनाव आयोग पर उनके ही बात से मुकरने का आरोप लगाया है।

Patna - बिहार में नई वोटर लिस्ट जारी होने के बाद राजनीति थमती नजर नहीं आ रही है। जिस तरह 65 लाख वोटरों ने नाम लिस्ट से काट दिया गया है। उसके बाद राजद ने सीधे सीधे चुनाव आयोग पर भाजपा के इशारे पर काम करने का आरोप लगा दिया है। वहीं राजद सांसद सुधाकर सिंह ने चुनाव आयोग पर उनकी ही की गई घोषणा से मुकरने का आरोप लगा दिया है।
सुधाकर सिंह ने बताया कि 24 जून को चुनाव आयोग ने अपने प्रेस क्रांफ्रेंस में यह बताया था कि लिस्ट से किसी का नाम बिना कारण बताए नहीं हटाया जाएगा। लेकिन यह सिर्फ विज्ञप्ति बन कर रह गई है। जिस SIR प्रक्रिया की शुरुआत “पारदर्शिता” के नाम पर की गई थी लेकिन किस विधानसभा क्षेत्र से, किस श्रेणी में, कितने मतदाताओं के नाम हटाए गए — यह जानकारी सार्वजनिक नहीं की गई है।
क्यों नाम हटा
सुधाकर सिंह ने कहा कि मतदाता सूची में नाम जोड़ना या हटाना कोई गुप्त प्रक्रिया नहीं हो सकती। यह हर नागरिक का अधिकार है जानना कि उसका या उसके परिवार का नाम क्यों हटा?
हर विधानसभा से औसतन 20-30 हजार वोटरों के नाम काटे गए हैं। कुल 65 लाख में 22 लाख मृत, 3.5-3.6 स्थानांतरित, 7 लाख दोहरी प्रविष्टि वाले वोटर शामिल हैं। लेकिन चुनाव आयोग ने इससे जुड़ी विस्तृत जानकारी साझा नहीं की है।
सुधाकर सिंह ने आरोप लगाया कि यह पूरी प्रक्रिया सिर्फ mass deletion campaign बन कर रह गई है।
बक्सर सांसद ने मांग की है कि चुनाव आयोग को विधानभावार और बूथ वार किन-किन मतदाताओं को किस श्रेणी के आधार पर वोटर लिस्ट से नाम काटा गया, इसकी जानकारी देनी चाहिए। चुनाव आयोग को बताना चाहिए कि उन्होंने जो प्रक्रिया अपनाई है, वह पूर्ण रूप से जनहित और लोकतंत्र के हित में है।
रिपोर्ट – नरोत्तम कुमार