'जयचंद मुझे मरवाना चाहता है!' तेज प्रताप यादव का सनसनीखेज बयान, सियासी गलियारों में मचा जबरदस्त हड़कंप, राजद खेमे के भीतर भी बेचैनी

राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे और जनशक्ति जनता दल के संस्थापक तेज प्रताप यादव ने अपने जान को खतरे में बताते हुए ऐसा बयान दे दिया है, जिसने पूरे राजनीतिक हलके में हलचल मचा दी है।

Tej Pratap Yadav Seeks PM s Protection
'जयचंद मुझे मरवाना चाहता है!'- फोटो : social Media

Tej Pratap Yadav: बिहार की सियासत एक बार फिर गरमा गई है। राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे और जनशक्ति जनता दल के संस्थापक तेज प्रताप यादव ने अपने जान को खतरे में बताते हुए ऐसा बयान दे दिया है, जिसने पूरे राजनीतिक हलके में हलचल मचा दी है। तेज प्रताप ने खुलेआम कहा है कि कुछ “जयचंद” उनके खिलाफ साजिश रच रहे हैं और उन्हें मरवाने की कोशिश कर रहे हैं।

सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो में तेज प्रताप यादव कार में बैठे नज़र आ रहे हैं और किसी व्यक्ति से वीडियो कॉल पर बात करते हुए कहते हैं कि “जयचंद मुझे मरवाना चाहता है, मेरी रैलियों में तोड़फोड़ करवाता है, साजिश रच रहा है।”

वीडियो में तेज प्रताप बेहद ग़ुस्से और बेचैनी में दिखाई देते हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें अपनी जान का डर है और केंद्र सरकार से सुरक्षा बढ़ाने की मांग की है। उन्होंने ये भी कहा कि उनके विरोधी हर जगह फैले हुए हैं और उनके खिलाफ लगातार चालें चल रहे हैं।हालाकि न्यूज4नेशन वीडियो की पुष्टि नहीं करता है।

तेज प्रताप का ये बयान ऐसे वक्त में आया है जब लालू परिवार के भीतर राजनीतिक खींचतान की खबरें पहले से ही चर्चा में हैं। एक तरफ छोटे भाई तेजस्वी यादव राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेतृत्व में सक्रिय राजनीति कर रहे हैं, वहीं तेज प्रताप ने अपनी नई पार्टी जनशक्ति जनता दल (JJD) बनाकर अलग राह पकड़ी है।

राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि तेज प्रताप का यह बयान सिर्फ सुरक्षा का मसला नहीं, बल्कि एक गहरा राजनीतिक संदेश भी है। “जयचंद” शब्द का इस्तेमाल यह दर्शाता है कि वह अपने नज़दीकी राजनीतिक हल्के के किसी व्यक्ति पर शक जता रहे हैं। इस बयान ने विपक्ष के साथ-साथ राजद खेमे के भीतर भी नई बेचैनी पैदा कर दी है।

बिहार की राजनीति में तेज प्रताप अपने बेबाक बयानों और अदाओं से भरे अंदाज़ के लिए जाने जाते हैं। लेकिन इस बार उनका आरोप सीधा “साजिश और हत्या की धमकी” तक पहुंच गया है, जो मामला बेहद गंभीर बना देता है। अब देखना यह होगा कि सुरक्षा एजेंसियाँ और सियासी बिरादरी इस सियासी विस्फोट पर क्या रुख अपनाती हैं  क्योंकि तेज प्रताप के इस बयान ने बिहार की राजनीति में एक बार फिर तूफ़ान खड़ा कर दिया है।