Tejashwi Yadav on Bihar Band:तेजस्वी का बीजेपी पर वार, बिहार बंद को बताया फ्लॉप, कहा- रैली की तरह बिहार बंद के लिए भी भाड़े पर लोग बुला लेते
Tejashwi Yadav on Bihar Band: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को गाली देने के विरोध में एनडीए द्वारा बुलाए गए बिहार बंद को राष्ट्रीय जनता दल के नेता और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने पूरी तरह विफल करार दिया है।

Tejashwi Yadav on Bihar Band:बिहार की सियासत एक बार फिर तेज हो गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को गाली देने के विरोध में एनडीए द्वारा बुलाए गए बिहार बंद को राष्ट्रीय जनता दल के नेता और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने पूरी तरह विफल करार दिया है। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर न सिर्फ बंद को असफल बनाने का आरोप जड़ा, बल्कि उसे गुंडागर्दी और नौटंकी करार दिया।
पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने सोशल मीडिया पर तीखा हमला करते हुए लिखा—“विश्व की सबसे बड़ी पार्टी कहने वाली भाजपा ने कल बिहार में सारी गुंडागर्दी कर ली। लेकिन एक पंचायत तो छोड़िए, वे एक वार्ड तक बंद नहीं करा पाए।” तेजस्वी ने तंज कसते हुए कहा कि जैसे प्रधानमंत्री मोदी की रैली में पुलिस-प्रशासन पर दबाव डालकर भीड़ जुटाई जाती है, उसी तरह बंद को सफल बनाने के लिए भी पुलिस को आदेश दे देते, तो शायद ट्रैफिक अपने आप रुक जाता।
तेजस्वी ने भाजपा कार्यकर्ताओं पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि बंद के नाम पर भाजपाई गुंडों ने महिलाओं, शिक्षिकाओं, यहां तक कि गर्भवती महिलाओं को भी नहीं छोड़ा। बच्चों को स्कूल जाने से रोका गया, छात्राओं के साथ दुर्व्यवहार किया गया, एम्बुलेंस तक को रास्ते में रोका गया। यहां तक कि शहीद के परिजनों को भी भाजपाइयों ने धक्का दिया। इसके बावजूद बंद की हवा निकल गई और जनता ने भाजपा की अपील को ठुकरा दिया।
तेजस्वी ने प्रधानमंत्री मोदी को भी सीधे निशाने पर लिया। उन्होंने कहा—“गुजरात के रहने वाले मोदी ने वोट की खेती के लिए बिहार बंद जैसा मस्ती भरा निर्णय ले लिया, जिससे आम बिहारियों को परेशान होना पड़ा।” तेजस्वी ने यह भी जोड़ा कि भाजपा को जनता के मुद्दों से कोई सरोकार नहीं है, उन्हें सिर्फ सियासी नौटंकी से मतलब है।
तेजस्वी ने सोशल साइट एक्स पर लिखा है कि -वाह मोदी जी वाह! काश! रैली की तरह बिहार बंद के लिए भी भाड़े पर लोग बुला लेते। जैसे रैली में पुलिस और प्रशासन पर दबाव देते है ऐसे ही बंद के लिए पुलिस को ही बोल देते वो ही ट्रैफिक रुकवा देते। विश्व की सबसे बड़ी पार्टी बीजेपी ने कल बिहार में दुनिया भर की गुंडागर्दी की। भाजपाई गुंडों ने सरेआम महिलाओं को पीटा, शिक्षिकाओं को पीटा, गर्भवती महिलाओं को रोका, बुजुर्गों को धक्का दिया, छात्राओं के साथ दुर्व्यवहार किया, बच्चों को स्कूल जाने से रोका, एम्बुलेंस को रोका, शहीद के परिजनों को पीटा लेकिन फिर भी ये नकारे लोग पंचायत तो छोड़िए एक वार्ड तक बंद नहीं करा पाए! धिक्कार है! बीजेपी की गुंडई पर गोदी मीडिया को सांप सूंघ गया। बेचारों ने इस पर कोई डिबेट नहीं की। विपक्ष के बंद में कोई छींक भी देता तो इनके स्टूडियो में जातिवादी तूफान आ जाता, इनकी पत्रकारिता पर मोर नाचता लेकिन बेचारे बीजेपी की विफलता से सदमें में है। गुजरात के रहने वाले मोदी जी ने वोट की खेती के लिए बिहार बंद में आम बिहारियों को परेशान करने का मस्ती भरा निर्णय ले लिया। शायद अभी उन्हें बढ़िया स्क्रिप्ट के साथ और अधिक टेसू बहाने होंगे।
बिहार की सियासत में यह बयानबाजी महज आरोप-प्रत्यारोप नहीं, बल्कि आने वाले चुनावी मौसम की आहट है। एक ओर भाजपा अपने एजेंडे के तहत आक्रामक दिखना चाहती है, तो दूसरी ओर तेजस्वी यादव इसे जनता से जुड़े मुद्दों से भटकाने की राजनीति बता रहे हैं। कुल मिलाकर, बिहार बंद की राजनीति ने राज्य की सत्ता के गलियारों का पारा और चढ़ा दिया है।