'बिहार के सरकारी अस्पताल में मंत्री का पीए बेचता है बेड', तेजस्वी यादव के दावे से हड़कंप, कमीशन पर भी खुलासा

मुजफ्फरपुर की एक नाबालिग दलित लड़की के बलात्कार के बाद उसे पटना के पीएमसीएच में उचित उपचार नहीं मिलने के दावे के बीच तेजस्वी यादव ने स्वास्थ्य मंत्री के पीए पर अस्पतालों में बेड बेचने का सनसनीखेज दावा किया है.

 Tejashwi Yadav
Tejashwi yadav - फोटो : news4nation

Bihar News: बिहार के सरकारी अस्पतालों में स्थिति है कि मरीजों को बेड भले ही समय पर नहीं मिलता हो लेकिन मंत्री का पीए उसी बेड को बेच देते हैं. बिहार के स्वास्थ्य महकमे पर यह बड़ा आरोप मंगलवार को नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने लगाया. उन्होंने स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय को निशाने पर लेते हुए उनके पीए पर भी अस्पतालों में बेड बेचने का आरोप लगाया. राजद नेता ने यहां तक दावा किया कि बेड का कमीशन मंत्री तक भी जाता है. तेजस्वी का यह बयान उस घटना के बाद आया है जिसमें मुजफ्फरपुर की एक नाबालिग दलित लड़की के बलात्कार के बाद उसे पटना के पीएमसीएच में चार घंटे तक बेड नहीं मिलने और बाद में उसकी मौत होने से स्वास्थ्य व्यवस्था की बदहाली पर सवाल उठ रहे हैं. 


तेजस्वी ने स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे पर निशाना साधते हुए कहा कि पटना के IGIMS में जाकर देखें कैसे मंत्री जी के सचिव बेड बेचते हैं. बिहार में लड़कियों के साथ बढ़ते अपराध और विशेषकर बलात्कार जैसी घटना को कानून व्यवस्था की जर्जर स्थिति बताते हुए उन्होंने कहा कि  मुज़फ़्फ़रपुर में पीड़िता के साथ बलात्कार हुआ यह वही मुज़फ़्फ़रपुर है जहाँ पर बालिका गृह कांड हुआ था. केवल मुज़फ़्फ़रपुर ही नहीं सीतामढ़ी में भी ऐसी घटनाएँ देखने को मिली. राज्य में इस तरह के अपराध पर उन्होंने गंभीर चिंता जताई और इसे सरकार की विफलता करार दिया. मंगलवार को ही नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव मुज़फ़्फ़रपुर के लिए  रवाना हुए. 


डायरेक्टर इन चीफ के नेतृत्व में जांच समिति 

वहीं पीएमसीएच में उपचार को आई एक रेप पीड़िता दलित नाबालिग बच्ची की मौत मामले में घटना के तीन दिनों के बाद स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कार्रवाई की बात कही. उन्होंने मुजफ्फरपुर में हुए रेप कांड को लेकर जांच समिति का ऐलान किया और दोषियों पर कार्रवाई की बात कही. उन्होंने कहा कि पूरे मामले की जांच के लिए तीनों डायरेक्टर इन चीफ के नेतृत्व में जांच समिति गठित की गई है. यह समिति मुजफ्फरपुर के एसकेएमसीएच और पटना के पीएमसीएच में सारी जानकारी लेगी. जो भी इस मामले में दोषी होंगे उन पर कार्रवाई होगी. 


बिहार में अराजकता और असंवेदनशीलता 

दरअसल, मुजफ्फरपुर की बलात्कार पीड़िता की पीएमसीएच में मौत हो गई थी. बच्ची को जब मुजफ्फरपुर से पीएमसीएच पटना लाया जाता है तो उसे करीब चार घंटे तक एंबुलेंस में ही रखा जाता है, उसे अस्पताल में बेड उपलब्ध नहीं कराया जाता है. इस कारण बिहार की नीतीश सरकार विपक्ष के निशाने पर है. वहीं मंगल पांडेय के इस्तीफे की मांग भी की जा रही है. कांग्रेस ने जहां इस मामले में प्रदर्शन किया. वहीं राजद की ओर से भी इसे राज्य की बदहाल स्वास्थ्य व्यवस्था का उदाहरण बताया. जन सुराज ने भी इसे बिहार में बढ़ती अराजकता और सरकार की असंवेदनशीलता कहा. 

रंजन की रिपोर्ट