Bihar News: बिहार के अगले सीएम का नाम तय! तेजस्वी ने हेलीकॉप्टर में बैठाकर बच्चे को दिया पेन और चॉकलेट, बना लिया बड़ी रणनीति
Bihar News: नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव का एक अनोखा वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। तेजस्वी बच्चे से बातचीत करते दिख रहे हैं साथ ही उन्होंने बच्चे को पेन और चॉकलेट भी दिया..

Bihar News: बिहार विधानसभा चुनाव से पहले नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव बिहार अधिकार यात्रा पर हैं। तेजस्वी यादव इसके तहत हर जिले में घूम-घूमकर जनता से संवाद कर रहे हैं। साथ ही तेजस्वी यादव आम लोगों के बीच पैन भी बांट रहे हैं। अपनी यात्रा के दौरान तेजस्वी आक्रमक होकर लगातार एनडीए सरकार पर हमला बोल रहे हैं। वहीं इसी बीच तेजस्वी यादव का एक अनोखा रुप सामने आया है। बीते दिन तेजस्वी यादव खगड़िया पहुंचे थे वहीं वहां से लौटते समय उनका एक अलग अंदाज़ भी देखने को मिला। तेजस्वी यादव ने अपने हेलीकॉप्टर में एक छोटे बच्चे को बैठाकर उससे बातचीत की।
बच्चे के साथ हेलिकॉप्टर में तेजस्वी
तेजस्वी यादव ने बच्चे को बिस्कुट खिलाया और एक कलम भी भेंट किया। तेजस्वी यादव ने बच्चे को कविता सुनाने को कहा जिसपर बच्चे ने कहा कि किताब देख कर पढ़ते हैं। बच्चे से पूछा गया कि बड़े होंगे तो नौकरी कौन देगा जिसपर बच्चे ने कहा कि तेजस्वी। वहीं हेलीकॉप्टर से उतरने के बाद बच्चा उत्साह में 'तेजस्वी यादव जिंदाबाद' के नारे लगाने लगा, जिसे देखकर भीड़ भी गूंज उठी।
कौन था बच्चा
तेजस्वी यादव जिस बच्चे के साथ हेलिकॉप्टर में बैठे थे वो 9 वर्षीय संतोष कुमार था। तेजस्वी ने करीब 5 मिनट तक संतोष से बातचीत की। तेजस्वी ने संतोष से उसका नाम पूछा और कहा कि अच्छे से खाना खाओ और पढ़ाई करो। जब संतोष ने उनके पैर छुए तो तेजस्वी ने आशीर्वाद दिया और उसे पेन, चॉकलेट, चिप्स और बिस्किट भेंट किए। संतोष ने खुशी जताते हुए कहा कि वह पेन से रोज लिखेगा और पढ़ाई में मन लगाएगा।
बच्चे ने कहा-आप ही बनेंगे सीएम
साथ ही उसने यह भी कहा कि उसे पहली बार हेलिकॉप्टर में बैठने का मौका मिला और तेजस्वी जी से मिलकर बहुत अच्छा लगा। उसने विश्वास जताया कि “यही इस बार मुख्यमंत्री बनेंगे।” तेजस्वी यादव की इस यात्रा को लेकर खगड़िया और आसपास के जिलों में भारी उत्साह देखने को मिला। वहीं, पटना लौटने के उनके अचानक फैसले ने राजनीतिक हलचल को भी तेज कर दिया है। दरअसल, तेजस्वी को धानुक सम्मेलन में शामिल होना था इसलिए उन्हें पटना लौटना पड़ा।