Bihar Former CM Families:पूर्व मुख्यमंत्रियों के घराने चुनावी मैदान में, मंडल से लेकर मांझी तक , अब नीतीश के बेटे पर सबकी नज़र
Bihar Former CM Families:विधानसभा चुनाव में आधा दर्जन से ज्यादा पूर्व मुख्यमंत्रियों के परिवार मैदान में उतरने को तैयार हैं। लालू-राबड़ी से लेकर मांझी और मिश्रा तक, कई घराने चुनावी अखाड़े में उतरेंगे।

Bihar Former CM Families:बिहार की राजनीति में वंशवाद की गूंज एक बार फिर तेज़ है। इस बार विधानसभा चुनाव में आधा दर्जन से ज्यादा पूर्व मुख्यमंत्रियों के परिवार मैदान में उतरने को तैयार हैं। लालू-राबड़ी से लेकर मांझी और मिश्रा तक, कई घराने चुनावी अखाड़े में उतरेंगे। सियासी गलियारों में सबसे बड़ी चर्चा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बेटे निशांत कुमार को लेकर है।
लालू-राबड़ी परिवार
तेजस्वी यादव राघोपुर से चुनाव लड़ेंगे और महागठबंधन का नेतृत्व करेंगे। चर्चा है कि वह दो सीटों से भी उतर सकते हैं। दूसरी ओर, तेज प्रताप यादव ने भी ताल ठोंक दी है। वे कहते हैं“अगर तेजस्वी महुआ से लड़ेंगे तो हम राघोपुर से।” यानी यादव परिवार में भी सीटों पर खींचतान दिख सकती है।
बीपी मंडल का परिवार
निखिल मंडल एक बार फिर मधेपुरा से जदयू के टिकट पर किस्मत आजमा सकते हैं। 2020 में वे हार गए थे, लेकिन इस बार रणनीति और ज़ोरदार है।
जगन्नाथ मिश्रा का परिवार
पूर्व सीएम जगन्नाथ मिश्रा के बेटे नीतीश मिश्रा झंझारपुर से बीजेपी टिकट पर चुनाव लड़ेंगे। वे वर्तमान में उद्योग मंत्री हैं और मिथिलांचल में अपनी अलग पहचान बना चुके हैं।
कर्पूरी ठाकुर का परिवार
कर्पूरी ठाकुर के छोटे बेटे रामनाथ ठाकुर राज्यसभा सांसद और मंत्री हैं। इस बार उनकी पोती डॉ. जागृति प्रशांत किशोर की पार्टी से समस्तीपुर की किसी सीट से उतर सकती हैं। राजनीतिक विशेषज्ञों का कहना है कि जागृति को अपने दादा के नाम का सहारा लेना ही पड़ेगा।
दरोगा राय का परिवार
पूर्व सीएम दरोगा राय के बेटे चंद्रिका राय एक बार फिर विधानसभा का चुनाव लड़ सकते हैं। उनकी बेटी ऐश्वर्या को लेकर भी चर्चाएं होती रहती हैं, लेकिन उनकी भूमिका अभी स्पष्ट नहीं है।
जीतन राम मांझी का परिवार
मांझी परिवार में इस बार बहू दीपा मांझी और उनकी समधन भी मैदान में होंगी। गया क्षेत्र में मांझी का खासा प्रभाव है, इसलिए उनके नाम का सीधा लाभ परिवार को मिलेगा।
सतीश प्रसाद सिंह का परिवार
सिर्फ पाँच दिनों के लिए बिहार के सीएम रहे सतीश प्रसाद सिंह के बेटे सुनील कुमार सिंह जदयू से जुड़े हैं। यदि टिकट मिला तो वे भागलपुर या खगड़िया से चुनाव लड़ सकते हैं।
नीतीश कुमार का परिवार
अबकी बार सबसे बड़ी बहस सीएम नीतीश कुमार के बेटे निशांत कुमार को लेकर है। अभी तक उनकी एंट्री को लेकर आधिकारिक ऐलान नहीं हुआ है, लेकिन चर्चा है कि वे पटना या नालंदा से चुनाव लड़ सकते हैं। नीतीश अब तक परिवारवाद से दूरी बनाए हुए हैं, लेकिन कार्यकर्ताओं की मांग है कि निशांत को मैदान में उतारा जाए।
बिहार चुनाव में एक बार फिर पारिवारिक विरासत और रसूख का खेल सामने है। अब नज़रें टिकी हैं कि क्या नीतीश का परिवार भी इस बार मैदान में कदम रखेगा, या वे अब भी परिवारवाद से दूरी बनाकर रखेंगे।