15 साल सांसद और 21 साल विधायक रहे नीतीश कुमार, जानिए पेंशन अधिक या सैलरी

बिहार के सीएम नीतीश कुमार कल दसवीं बार सीएम बनेंगे। जिसके बाद न उनकी सैलरी बढ़ेगी, बल्कि पेंशन के तौर पर भी लाखों रुपए मिलेंगे।

15 साल सांसद और 21 साल विधायक रहे नीतीश कुमार, जानिए पेंशन अ

Patna - नीतीश कुमार कल दसवीं बार बिहार के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेंगे। जिसकी तैयारी पूरी कर ली गई है। सीएम बनने के बाद नीतीश कुमार को सैलरी के रूप में एक निश्चित   राशि मिलेगी। जो कि लाखों रुपए में होगी। लेकिन इस सैलरी के साथ ही नीतीश कुमार को हर महीने पेंशन भी मिलती है। जो कि उन्हें सांसद और विधायक रहने के तौर पर दी जाती  है। यह पेंशन की राशि इतनी है कि नीतीश कुमार को सैलरी की जरुरत भी शायद ही पड़ेगी।

इसके अलावा जब वो मुख्यमंत्री पद से हटेंगे तो विधायक के तौर पर उनके कार्यकाल के लिए भी उन्हें पेंशन मिलेगी। इस तरह से नीतीश कुमार को रिटायरमेंट के बाद एक नहीं 2-2 पेंशन का लाभ मिलेगा। इसी के साथ उन्हें हर 6 महीने पर बढ़ने वाले महंगाई भत्ते का भी लाभ होगा।

सांसद   के तौर पर कितना  मिलता  है नीतीश कुमार को पेंशन

बिहार का मुख्यमंत्री बनने से पहले नीतीश  कुमार लंबे समय सांसद और केंद्र में मंत्री रहे। 1989 से लेकर 2004 तक वह लगातार सांसद रहे। इस दौरान एक पूर्व सांसद के  रूप में उन्हें पेंशन दी जाती है। संसद  के नियमों के अनुसार कोई एक दी भी सांसद  रहे तो उन्हें 31 हजार  रुपए महीने पेंशन  के रूप में दिए जाते हैं और 5 साल कार्यकाल का पूरा करने के बाद वह जितने भी साल सांसद रहेगा. उतने सालों के लिए हर साल उसकी पेंशन में 2500 रुपये प्रतिमाह जुड़ते चले जाएंगे। इस प्रकार 31000+37500=68500 रुपये की पेंशन बतौर सांसद अभी मिल रही होगी है. इसमें डीए भी एक फैक्टर होता है जिसे सरकार हर 6 महीने में तय करती है. इसलिए उनकी पेंशन 68500 रुपये से थोड़ी ज्यादा भी हो सकती है।

नीतीश कुमार की विधायक के रूप में पेंशन

अब बात नीतिश कुमार की विधायक के तौर पर पेंशन की. नीतीश कुमार ज्यादातर विधान परिषद के तौर पर ही विधानसभा में पहुंचे हैं। उन्हें विधान पार्षद कहा जाता है। हालांकि, दोनों की पेंशन बराबर ही होती है. बिहार में विधायक को 45000 रुपये पेंशन मिलती है। 1985 में वह पहली बार विधायक बने। इसलिए पहले टर्म की 45000 रुपये पेंशन उनकी तय है। उसके बाद 1989 में वो दिल्ली आ गए और फिर 2004 से दोबारा उन्होंने विधान पार्षद के तौर पर बिहार में अपनी दूसरी पारी शुरू की।

 विधायक की पेंशन की गणना भी कुछ-कुछ सांसद जैसी ही होती है. नीतीश कुमार को अब फिर से 45000 रुपये की पेंशन नहीं मिलेगी. बल्कि उनकी पेंशन हर साल 4-4 हजार रुपये बढ़ती चली जाएगी. 2005 से 2025 तक वह 21 साल विधायक रहे हैं। तो इस पीरियड के लिए उनकी पेंशन बनी 840000 रुपये. इसमें 45000 रुपये पहली पेंशन को जोड़ दीजिए तो अभी तक के कार्यकाल के लिए उनकी पेंशन 1,38,000 रुपये हुई

मुख्यमंत्री के तौर पर सैलरी

नीतीश कुमार को 2.5 लाख रुपये मिलेंगे. हालांकि, उनकी सैलरी में आवास, दफ्तर, सुरक्षा और विधायकों से जुड़ी सुविधाएं भी होती हैं. इसी तरह हर मंत्री को भी 65,000 रुपये मासिक सैलरी और 70,000 रुपये क्षेत्रीय भत्ता मिलता है.

इस प्रकार नीतीश कुमार के सांसद और अभी तक की विधायक की पेंशन मिलाकर कुल रकम 2,03,000 रुपये हुई। यह अभी भी उनकी सैलरी से कम है