vedanta copper gold mining: वेदांता को सऊदी अरब में मिला सोना–तांबा खोजने का लाइसेंस, 2 अरब डॉलर निवेश के साथ ‘Vision 2030’ का बड़ा हिस्सा बनेगी कंपनी

vedanta copper gold mining: अनिल अग्रवाल की वेदांता लिमिटेड को सऊदी अरब में तांबा और सोना खोजने का लाइसेंस मिला। कंपनी अगले 6–8 महीनों में खनन शुरू करेगी।

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वेदांता को मिला सऊदी अरब का बड़ा लाइसेंस- फोटो : social media

vedanta copper gold mining: वेदांता ग्रुप के चेयरमैन अनिल अग्रवाल के लिए मंगलवार का दिन बेहद अहम साबित हुआ। कंपनी को सऊदी अरब में पहली बार तांबा और सोना खोजने व निकालने का आधिकारिक लाइसेंस मिला है। ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट बताती है कि वेदांता अगले छह से आठ महीनों के भीतर पश्चिमी सऊदी क्षेत्र में वास्तविक खनन कार्य शुरू कर देगा। इस अनुमति के साथ वेदांता उन चुनिंदा विदेशी कंपनियों में शामिल हो गई है, जिन्हें सऊदी सरकार ने अपने खनन क्षेत्र में प्रवेश दिया है।

खोज से लेकर उत्पादन तक पूरी चेन सऊदी में खड़ी होगी

कंपनी की मंशा केवल खदान तक सीमित नहीं है। वेदांता चाहता है कि खनिजों की खोज, खनन, प्रोसेसिंग, रिफाइनिंग और मेटल बनाने की पूरी प्रक्रिया सऊदी अरब के भीतर ही स्थापित हो। कंपनी के वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि जिस तरह भारत में धातु उद्योग की पूरी चेन खड़ी की गई, उसी मॉडल को सऊदी में भी दोहराया जा सकता है।

सऊदी सरकार ने लगभग 100 अरब डॉलर के खनन निवेश अवसर दुनिया के सामने रखे हैं, लेकिन अब तक कई विदेशी कंपनियां बड़े पैमाने पर निवेश को लेकर हिचकिचा रही थीं। वेदांता का प्रवेश इस माहौल को बदल सकता है।

जबल अल-सैयद बेल्ट से शुरुआत—पहला कॉन्ट्रैक्ट जनवरी में

कंपनी के कॉपर और निकेल (भारत व खाड़ी क्षेत्र) प्रमुख पुनीत खुराना ने बताया कि जनवरी 2026 के मध्य तक वेदांता अपना पहला खोज और विकास कॉन्ट्रैक्ट जारी करेगी। जबल अल-सैयद क्षेत्र सऊदी अरब के सबसे समृद्ध कॉपर और गोल्ड ज़ोन में गिना जाता है और कई अंतरराष्ट्रीय कंपनियां पहले से यहां रुचि दिखा चुकी हैं।

कॉपर प्रोसेसिंग पर 2 अरब डॉलर का निवेश

वेदांता इससे पहले ही सऊदी अरब में एक आधुनिक कॉपर प्रोसेसिंग प्लांट बनाने के लिए दो अरब डॉलर का समझौता कर चुकी है।सऊदी सरकार इसे अंतरराष्ट्रीय कंपनियों की तरफ से उसके खनन क्षेत्र में अब तक का सबसे बड़ा भरोसा मान रही है।  यह प्लांट खाड़ी इलाके में कॉपर प्रोसेसिंग की सबसे उन्नत सुविधाओं में से एक बनने वाला है।

सऊदी की Vision 2030 रणनीति

सऊदी अरब अपने Vision 2030 प्लान के तहत खनन क्षेत्र को तेल के बाद सबसे बड़ा आर्थिक स्तंभ बनाना चाहता है।देश का दावा है कि उसके पास करीब 2.5 ट्रिलियन डॉलर मूल्य के खनिज भंडार मौजूद हैं, जिनमें तांबा, फॉस्फेट और बॉक्साइट प्रमुख हैं।ये सभी खनिज इलेक्ट्रिक वाहनों, बैटरी और सोलर ऊर्जा जैसी नई तकनीकों के लिए बेहद महत्वपूर्ण हैं। लक्ष्य यह है कि 2030 तक खनन से होने वाली आय को चार गुना तक बढ़ाया जाए।

अंतरराष्ट्रीय कंपनियों की प्रतिस्पर्धा—वेदांता भी तेज़ी से आगे बढ़ रही है

सऊदी अरब में कई बड़ी वैश्विक खनन कंपनियां पहले से काम कर रही हैं।कनाडा की Barrick Gold कॉपर खदान चला रही है, ऑस्ट्रेलिया की Hancock Prospecting को हाल ही में लाइसेंस मिला है और चीन की Zijin Mining Group अगले कुछ वर्षों में उत्पादन शुरू करने की तैयारी में है।अब वेदांता भी इस वैश्विक प्रतिस्पर्धा में प्रवेश कर चुकी है और काफ़ी तेज़ गति से अपनी उपस्थिति बढ़ा रही है