Patna News:पटना वालों की मुसीबत बढ़ी, आज और कल 20 हजार ऑटो-रिक्शा चालक हड़ताल पर, ट्रैफिक व्यवस्था पर उठे सवाल

Patna News: आज और कल 20 हजार ऑटो व ई-रिक्शा चालक हड़ताल पर हैं।

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पटना वालों की मुसीबत बढ़ी- फोटो : social Media

Patna News:अगर आप रोज ऑटो या ई-रिक्शा से पटना की सड़कों पर यात्रा करते हैं, तो ये सूचना आपके लिए बेहद जरूरी है। आज से राजधानी की सड़कों से ऑटो और ई-रिक्शा गायब  हैं। यानी दो दिनों तक दफ्तर, स्कूल या कॉलेज जाने से पहले वैकल्पिक साधन की तैयारी जरूर कर लें, वरना हो सकता है मंज़ल तक पैदल ही सफर करना पड़े।पटना के करीब 40 हजार ऑटो और ई-रिक्शा चालक अपने दस सूत्री मांगों को लेकर हड़ताल पर रहेंगे। इस दो दिवसीय हड़ताल का नेतृत्व ऑटो और ई-रिक्शा संयुक्त संघर्ष मोर्चा कर रहा है। आज और कल 20 हजार ऑटो व ई-रिक्शा चालक हड़ताल पर हैं। इससे यात्रियों की मुसिबत बढ़ गई है।  पटना की सड़कों पर मंगलवार और बुधवार को ऑटो और ई-रिक्शा नहीं चलेंगे। राजधानी के करीब 20 हजार चालक हड़ताल पर जा रहे हैं। ऑटो और ई-रिक्शा संयुक्त संघर्ष मोर्चा ने इस दो दिवसीय हड़ताल का ऐलान किया है।

हड़ताल की मुख्य वजह नई ट्रैफिक व्यवस्था है, जिसे चालकों ने 'जनविरोधी' बताया है। मोर्चा के पदाधिकारी पप्पू यादव ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि जब तक यह व्यवस्था वापस नहीं ली जाती, तब तक हम चुप नहीं बैठेंगे।यादव ने कहा कि दानापुर से लेकर पटना सिटी तक ऑटो और ई-रिक्शा का संचालन पूर्ण रूप से बंद रहेगा। हड़ताल के दौरान परिवहन विभाग और ट्रैफिक पुलिस के खिलाफ प्रदर्शन भी किया जाएगा।

संघर्ष मोर्चा की नौ सूत्री मांगों में प्रमुख बिंदु शामिल हैं:नई ट्रैफिक व्यवस्था को वापस लिया जाए, जिससे चालक परेशान हो रहे हैं।फिटनेस सेंटर शहर के भीतर खोले जाएँ ताकि ग्रामीण चालकों को सुविधा मिले।ड्राइविंग लाइसेंस बनाते वक्त प्राइवेट एजेंसियाँ टेस्ट न लें, बल्कि प्रक्रिया पारदर्शी और सरकारी हो।ई-रिक्शा चालकों के लिए चार्जिंग स्टेशन बनाए जाएँ, जिससे उन्हें सड़क किनारे भटकना न पड़े।कैंप लगाकर लाइसेंस वितरण किया जाए, जिससे समय और पैसे की बचत हो।

ओला, उबर और ऑयो जैसी ऐप-आधारित सेवाओं पर समान नियम लागू किए जाएँ ताकि सबके लिए बराबरी हो।मोर्चा के अनुसार, सरकार और प्रशासन की अनदेखी के कारण यह आंदोलन जरूरी हो गया है। ऑटो-रिक्शा चालक मानते हैं कि यदि ट्रैफिक नीति में बदलाव नहीं हुआ तो उनके रोज़गार पर संकट खड़ा हो जाएगा।