Chandan Mishra Murder Case: कौन है तौसीफ बादशाह? पटना के इस बड़े स्कूल से ली शिक्षा, शिक्षिका का बेटा कैसे बना सुपारी किलर, रील्स बनाकर बनाता है भौकाल
Chandan Mishra Murder Case: तौसीफ बादशाह जिसने सुबह सुबह पटना के पारस अस्पताल में घुसकर गैंगस्टार चंदन मिश्रा की हत्या कर दी आइए उसके बारे में जानते हैं....

राजधानी पटना के हाई-प्रोफाइल पारस हॉस्पिटल में गुरुवार को दिनदहाड़े हुई गैंगवार जैसी वारदात ने राज्य की कानून व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। बक्सर के कुख्यात अपराधी चंदन मिश्रा की अस्पताल के आईसीयू वार्ड में घुसकर गोली मारकर हत्या कर दी गई। इस सनसनीखेज वारदात का CCTV फुटेज सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। जिसमें पांच हथियारबंद बदमाश वार्ड में दाखिल होते दिख रहे हैं। और बड़े ही आराम से घटना को अंजाम देकर निकल जा रहे हैं।
तौसीफ बादशाह निकला मास्टरमाइंड
पुलिस ने इस शूटआउट में शामिल पांच शूटरों की पहचान कर ली है। जांच में सामने आया है कि इस वारदात की अगुवाई तौसीफ रजा उर्फ तौसीफ बादशाह नाम का कुख्यात अपराधी कर रहा था। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, तौसीफ बादशाह सुपारी किलिंग से जुड़ा है और पटना के फुलवारी शरीफ इलाके में जमीन कारोबार में भी सक्रिय है। वह खुद को 'बादशाह' कहलाना पसंद करता है और सोशल मीडिया पर भी काफी एक्टिव है।
कौन है तौसीफ बादशाह?
तौसीफ बादशाह का असली नाम तौसीफ रजा है। लेकिन लोगों के बीच वो तौसीफ बादशाह के नाम से फेमस है। तौसीफ ने पटना के प्रतिष्ठित स्कूल सेंट कैरेन्स से पढ़ाई की। इस स्कूल में पढ़ाई करने के बाद वो अपराध की दुनिया से जुड़ गया। तौसीफ के पिता हार्डवेयर शॉप चलाते हैं और उसकी मां एक स्कूल में शिक्षिका हैं। तौसीफ सोशल मीडिया पर रील्स अपलोड करता है। उसका शौक सोशल मीडिया पर रील्स बनाना है और क्रिमिनल छवि को ग्लैमराइज करना है। तौसीफा क एक्स हैंडल: @TauseefBadshah1 है जिस पर उसने कई पोस्ट किए हैं। तौसीफ का अंतिम पोस्ट 30 जून 2025 को किया गया है जिसमें उसने लिखा है कि, "लोग बातें बनाते रह जाएंगे और हम कहानी बना कर छोड़ जाएंगे!!" इसके पहले 22 जून के तौसीफ ने एक पोस्ट कर लिखा है कि, मिलकर बैठे हैं जुगनू सारे, मुद्दा ये है कि ये सूरज को कैसे हटाया जाए।
तौसीफ की तलाश जारी
हत्या के बाद से तौसीफ फरार है। उसकी तलाश में पटना पुलिस और STF की संयुक्त टीम ने फुलवारी शरीफ के गुलिस्तान मोहल्ला और मिन्हाज नगर में छापेमारी की, लेकिन वह हाथ नहीं आया। इसके बाद टीम इस्लामिया स्कूल पहुंची, जहां उसकी मां शिक्षिका के पद पर कार्यरत हैं।
बाकी शूटरों की पहचान भी हुई
पुलिस ने पारस हॉस्पिटल शूटआउट में शामिल बाकी चार शूटरों की भी पहचान की है। तौसीफ रजा उर्फ तौसीफ बादशाह फुलवारी शरीफ का रहने वाला है। यही लीड कर रहा था। इसके साथ आकिब मालिक (फुलवारी शरीफ), सोनू, कालू उर्फ मुस्तकीम, भिंडी उर्फ बलवंत सिंह (बक्सर) शामिल थे। बलवंत सिंह चंदन मिश्रा के ही जिले बक्सर का निवासी है। जिससे मामले में आपसी गैंगवॉर और सुपारी किलिंग दोनों कोणों की जांच की जा रही है।
सवालों के घेरे में अस्पताल की सुरक्षा
एक सवाल जो इस वारदात के बाद उठ खड़ा हुआ है वह है अस्पताल की सुरक्षा व्यवस्था। ICU जैसे संवेदनशील स्थान पर पांच हथियारबंद बदमाशों का इस तरह बेधड़क घुस जाना सुरक्षा एजेंसियों और प्रशासन के लिए एक बड़ी चुनौती बन गया है। फिलहाल पुलिस की टीम तौसीफ बादशाह और उसके गैंग की गिरफ्तारी के लिए कई ठिकानों पर दबिश दे रही है। यह वारदात बिहार में अपराध के बदलते स्वरूप और अपराधियों के बढ़ते दुस्साहस की एक बड़ी मिसाल बनकर सामने आई है।