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Bihar News : छठ पर एक साथ पुण्यार्क पहुंचे ललन सिंह - अनंत सिंह, पुराने दिनों को दोहराया, एक साथ एक गाड़ी में बैठकर सफर

केंद्रीय मंत्री ललन सिंह और मोकामा के पूर्व विधायक अनंत सिंह बुधवार को एक साथ एक गाड़ी में बैठकर सफर करते नजर आए. दोनों पुराने दिनों की दोस्ती को फिर से जीवंत करते हुए बाढ़ से पुण्यार्क के लिए रवाना हुए.

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Lalan Singh and Anant Singh - फोटो : Social Media

Bihar News : केंद्रीय मंत्री ललन सिंह और मोकामा के पूर्व विधायक अनंत सिंह बुधवार को एक साथ एक गाड़ी में बैठकर सफर करते नजर आए. दोनों पुराने दिनों की दोस्ती को फिर से जीवंत करते हुए बाढ़ से पुण्यार्क के लिए रवाना हुए. ललन सिंह पुण्यार्क सूर्य मन्दिर के प्रवेश द्वार का उद्घाटन करेंगे. ललन सिंह पंडारक जाने के क्रम में नदावां गांव पहुंचे. यहाँ अनंत सिंह के समर्थकों ने गाजे-बाजे के साथ उनका स्वागत किया.अनंत सिंह के साथ उनके तीनों बेटे अभिषेक, अभिनव और अंकित भी मौजूद रहे. 


बिहार के मगध क्षेत्र में कई बेहद प्राचीन सूर्य मंदिर हैं. पटना जिले के पंडारक में स्थित पुण्यार्क मंदिर है. मान्यताओं के अनुसार इस मंदिर की स्थापना भगवान श्रीकृष्ण और उनकी एक पटरानी जांबवंती के पुत्र साम्ब ने की थी। ऐसा उन्होंने एक श्राप से छुटकारा पाने के लिए किया था। कहानी ये है कि श्रीकृष्ण की पटरानी जांबवंती बहुत सुंदर थी, इसलिए उनसे हुए पुत्र साम्ब भी अति सुंदर थे और इस बात का उन्हें घमंड हो गया। इसी घमंड में साम्ब ने देवर्षि नारद का अपमान कर दिया था।


नारद ने अपने अपमान का बदला लेने के उद्देश्य से श्रीकृष्ण को यह झूठी बात बताई कि साम्ब का उनकी गोपियों के साथ प्रेम संबंध है। नारद ने धोखे से साम्ब को गोपियों के साथ जल क्रीड़ा करने के लिए भेज दिया और कृष्ण को यह दृश्य दिखा भी दिया। इसी से क्रोधित हुए कृष्ण ने साम्ब को श्राप दिया, जिसकी वजह से उन्हें कुष्ठ रोग हुआ और सौंदर्य नष्ट हो गया।



साम्ब ने बाद में जब नारद से क्षमा याचना की तो उन्होंने रोग खत्म करने का उपाय बताया। इसके लिए उन्हें बारह सालों तक सूर्य की उपासना करनी थी और बारह स्थानों पर सूर्य मंदिर की स्थापना करनी थी। इसी सूर्य मंदिर के प्रवेश द्वार का उद्घाटन करने ललन सिंह आए तो उनके साथ अनंत सिंह भी रहे. 

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