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Bihar News : शराबबंदी वाले बिहार में मिलती है 'सुशासन ब्रांड प्रीमियम विस्की'! फोटो जारी कर तेजस्वी यादव ने किया खुलासा

बिहार में शराबबंदी के बाद भी शराब तस्करी के बदस्तूर जारी रहने, जहरीली शराब पीकर लोगों के मरने और बीमार होने के मामले अक्सर सामने आते हैं. राजद ने अपने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट कर बिहार में शराबबंदी की खामियों पर नीतीश सरकार पर तंज किया है.

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Sharabbandi in Bihar- फोटो : Social Media

Bihar News : बिहार में शराबबंदी के बाद भी शराब तस्करी के बदस्तूर जारी रहने, जहरीली शराब पीकर लोगों के मरने और बीमार होने के मामले अक्सर सामने आते हैं. शराबबंदी की इन्हीं खामियों को उजागर करते हुए बिहार की मुख्य विपक्षी पार्टी राजद ने राज्य की नीतीश सरकार को घेरा है. राजद ने पहले जदयू को निशाने पर लेते हुए JDU मतलब 'जहां दारू अनलिमिटेड' बताया वहीं, शुक्रवार को एक बार फिर से नीतीश कुमार की इसी मुद्दे पर घेरा. राजद ने अपने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट किया है जिसमें शराब की एक बोतल दिखाई गई है. 


शराब बोतल पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के एनीमेटेड फोटो के सात लिखा गया है सुशासन ब्रांड WHISKY Only Availabe in BJP-Nitish Ruled Bihar. वहीं बोतल के ढक्कन पर हिंदी में लिखा है - 'सुशासन ब्रांड प्रीमियम विस्की'. इसके साथ ही पोस्ट के साथ एक कैप्शन भी लिखा गया है. 'बिहार में 𝐎𝐋𝐃 𝐆𝐀𝐍𝐆 की सुशासन ब्रांड नामक जहरीली सरकारी दारू से हजारों लोग मारे जा चुके है।' दरअसल राजद की ओर से दुर्गा पूजा के बाद सारण और सिवान जिलों में जहरीली शराब से करीब 40 लोगों की हुई मौत के बाद नीतीश सरकार को लगातार घेरा जा रहा है. इसी क्रम में पहले JDU का नामकरण 'जहां दारू अनलिमिटेड' कहा गया वहीं अब फिर से  'सुशासन ब्रांड प्रीमियम विस्की की तस्वीर जारी की गई है. 


266 संदिग्ध मौत :  बिहार में अप्रैल 2016 से शराबबंदी है. इसके बावजूद इन वर्षों में शायद ही ऐसा कोई दिन गया हो जब बिहार के किसी न किसी कोने में शराब जब्ती नहीं हुई हो. यहां तक कि राज्य की मुख्यमंत्री नीतीश कुमार नीत सरकार कई प्रकार की सख्ती दिखाने और जागरूकता के बाद भी न तो शराब की तस्करी रोक पाई है और ना ही शराब पीने वाले बाज आ रहे हैं. वहीं पिछले महीने यानी सितम्बर 2024 तक बिहार सरकार ने स्वीकार किया है कि अप्रैल 2016 में शराबबंदी के बाद से राज्य में अवैध शराब पीने से 150 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है. मद्य निषेध एवं आबकारी विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने सोमवार (23 सितंबर) को यह जानकारी दी. हालांकि, अधिकारी ने बताया कि आठ वर्षों में राज्य के विभिन्न हिस्सों से 'संदिग्ध जहरीली शराब से मौतों' की संख्या 266 है.


3.46 करोड़ लीटर शराब जब्त : पिछले महीने ही मद्य निषेध एवं आबकारी विभाग के सचिव विनोद सिंह गुंजियाल ने कहा था कि राज्य में सबसे अधिक जहरीली शराब से मौतों की रिपोर्ट जिन जिलों में हुई हैं, उनमें सारण, गया, भोजपुर, बक्सर और गोपालगंज शामिल हैं. उन्होंने बताया, "अगस्त 2024 तक विभाग की ओर से निषेध कानूनों के उल्लंघन से संबंधित कुल 8.43 लाख मामले दर्ज किए गए हैं, जिनमें राज्य के बाहर के 234 लोगों सहित कुल 12.7 लाख लोगों को अब तक गिरफ्तार किया गया है. संबंधित अधिकारियों ने अब तक 3.46 करोड़ लीटर शराब जब्त की है, जिसमें देसी शराब भी शामिल है."


राजद का बड़ा हमला : ऐसे इन आंकड़ों को गवाह बनाकर अब राजद की ओर से नीतीश सरकार की शराबबंदी को कठघरे में खड़ा किया जा रहा है. विशेषकर जहरीली शराब से मौतों और लगातार शराब तस्करी जारी रहने पर नीतीश सरकार को लालू यादव की पार्टी राजद घेर रही है. यहां तक कि तेजस्वी यादव के दल ने जेडीयू का नया नामकरण भी कर दिया है. 

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