Bihar Politics: बिहार विधानसभा सत्र को लेकर बिहार विधानसभा के अध्यक्ष के द्वारा सर्वदलीय बैठक बुलाई गई थी। जो की खत्म हो गई है। बैठक में राष्ट्रीय जनता दल कांग्रेस के साथ-साथ सभी विपक्ष के नेता मौजूद थे। सत्ता पक्ष की तरफ से भारतीय जनता पार्टी के कई बड़े नेता और संसदीय कार्य मंत्री विजय चौधरी मौजूद थे।
जनहित के मुद्दों पर होगी बात
बैठक खत्म हो जाने के बाद संसदीय कार्य मंत्री विजय चौधरी ने कहा कि बैठक में विधानसभा के विपक्ष के नेताओं ने कई सवाल उठाए हैं। सरकार ने आश्वासन दिया है कि जो भी जनहित के मुद्दे रहेंगे उन मुद्दों को पूरी तरीके से सरकार देखेगी उसका जवाब देगी। उन्होंने कहा कि बैठक बहुत अच्छे तरीका से हुआ है और उम्मीद है कि विधानसभा सत्र भी बहुत अच्छे तरीके से चलेगा। विपक्ष की हर जनहित के मुद्दे की बातों को सरकार सुनेगी।साथ ही विजय चौधरी ने कहा कि कल जो चुनाव का रिजल्ट आ रहा है वह एग्जिट पोल के साथ-साथ जो जनता का रुझान है वह पूरी तरीके से हम लोगों के साथ है। बता दें कि कल बिहार के चार विधानसभा उपचुनाव का परिणाम सामने आएगा।
विपक्ष को बोलने का नहीं दिया जाता है मौका
वहीं राष्ट्रीय जनता दल ने कहा कि विपक्ष को मौका नहीं मिलता है बोलने का माइक बंद कर दिया जाता है। ऐसे में कई सवाल को लेकर हमने सदन के अंदर बैठक में अपनी बात रखी है। उन्होंने कहा है ऐसा नहीं होगा। साथ ही हमने यह मांग भी किया है कि जिस प्रकार से विपक्ष के कुछ विधायक सत्ता पक्ष की तरफ बैठ रहे हैं उनकी सीट सुनिश्चित की जाए या तो उनकी सदस्यता रद्द की जाए राजा ने यह मांग की है।
ज्वलनशील मुद्दों को उठाएंगे
बिहार विधानसभा सत्र को लेकर बुलाई गई सर्वदलीय बैठक खत्म हो गई है। बैठक के बाद कांग्रेस विधायक दल के नेता शकील अहमद खान ने कहा कि हम लोग बिहार और देश के कई ज्वलनशील मुद्दे को उठाएंगे और सरकार को उसका जवाब देना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि हम लोगों ने सरकार को कहा है क्या करें जनहित के मुद्दे पर सरकार जवाब देगी तो निश्चित तौर पर विधानसभा बहुत अच्छे तरीके से चलेगा लेकिन हम लोग कई मुद्दों को सरकार की घेरने कोशिश करेंगे।
25 नवंबर से शुरु हो रहा सत्र
बता दें कि, बिहार विधानसभा और विधान परिषद का शीतकालीन सत्र 25 नवंबर से शुरू होगा और चार दिनों तक चलेगा, जिसका समापन 29 नवंबर को होगा। सत्र के दौरान दोनों सदनों में संभावित रूप से कई प्रमुख बिलों को लाया जायेगा और पारित किया जाएगा। 25 नम्वबर से शुरू हो रहा सत्र इसलिए भी विशेष रूप से महत्वपूर्ण है, क्योंकि झारखंड विधानसभा चुनाव और बिहार उपचुनाव के परिणाम की घोषणा 23 नवंबर को की जाएगी। यह परिणाम बिहार में राजनीतिक रणनीतियों को प्रभावित कर सकते हैं।
पटना से रंजन की रिपोर्ट