Bihar politics: बिहार में अफरशाही बेलगाम हो गई है पहले यह आरोप विपक्ष लगाता था ,अब तो मंत्री भी यहीं कहने लगे हैं। समाज कल्याण मंत्री मदन सहनी ने कहा कि दो महीने से विभागीय फाइलें अनुमोदन के लिए नहीं मिल रही हैं। इतना हीं नहीं आसरा गृह में दो लड़कियों की मौत और 8 लड़कियों के पीएमसीएच में भर्ती होने की सूचना भी उन्हें नहीं दी गई थी
समाज कल्याण मंत्री मदन सहनी ने पटना छोड़ दिया है। बकौल सहनी उन्हें दो महीने से विभागीय फाइलें अनुमोदन के लिए नहीं मिल रही हैं। उन्होंने कहा कि विभाग के सभी काम ठप पड़े हैं। सहनी का आरोप है कि हरजोत कौर उनसे बात नहीं करती हैं।कौर विभाग के निदेशक या अन्य अफसरों से भी संवाद नहीं करती हैं, ऐसा सहनी का कहना है। इस कारण सहनी ने पटना छोड़कर दरभंगा में रहने का निर्णय लिया है।
बकौल मंत्री उनको आसरा गृह में दो लड़कियों की मौत और 8 लड़कियों के पीएमसीएच में भर्ती होने की सूचना भी नहीं दी गई थी। मीडिया के माध्यम से उन्हें घटना की जानकारी मिली। मंत्री ने अपर मुख्य सचिव हरजोत कौर के साथ काम करने में कठिनाई बताई।
समाज कल्याण मंत्री मदन सहनी ने कहा कि वे विभाग में हर समय झगड़ा नहीं कर सकते। वहीं अपर मुख्य सचिव हरजोत कौर से इस आरोप पर प्रतिक्रिया मांगी गई, लेकिन उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया।
बता दें तीन साल पहले भी समाज कल्याण मंत्री की अपने सचिव से भिड़ंत हुई थी. मामला अधिकारियों का ट्रांसफर से जुड़ा था. मंत्री ट्रांसफर करना चाहते थे लेकिन विभागीय सचिव ने नियम विरुद्ध बता फाइल को रोक दिया था. इसके बाद मदन सहनी ने काफी बवेला मचाया था और इस्तीफे की घोषणा कर दी थी. बाद में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने हस्तक्षेप किया था. मंत्री और अपर मुख्य सचिव को अपने आवास बुलाया था. बताया जाता है कि तब मुख्यमंत्री ने जमकर क्लास लगाई थी.
रिपोर्ट- विवेकानंद