JDU in Delhi : दिल्ली विधानसभा चुनाव में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जदयू बड़े तैयारी के साथ सियासी समर में उतरने को तैयार है. चुनाव को लेकर जदयू पिछले कई महीनों से दिल्ली में रणनीतियों को अंतिम रूप देने में लगी है. अब चुनावी समर में पार्टी एक साथ दिल्ली की कई सीटों पर उम्मीदवार उतार सकती है.
बिहार में होने वाले विधानसभा चुनाव के पहले जदयू के लिए दिल्ली चुनाव भी बेहद अहम माना जा रहा है. इस चुनाव में भाजपा और एनडीए के अन्य घटक दलों के साथ मिलकर नीतीश कुमार दिल्ली में एनडीए की एक बड़ी जीत दिलाकर बिहार के लिए बड़ा संदेश देना चाहेंगे.
सीएम नीतीश के खास और केंद्र की मोदी सरकार में मंत्री ललन सिंह ने दिल्ली चुनाव को लेकर बड़ा संकेत दिया है. उन्होंने कहा, दिल्ली चुनाव में हम एनडीए के साथ हैं भारतीय जनता पार्टी के साथ हैं. ललन सिंह ने कहा कि अरविंद केजरीवाल लालू यादव के दूसरे प्रतीक के रूप में जाने जाते हैं. भ्रष्टाचार में लिप्त रहना, भ्रष्टाचार करना और फिर बड़ी-बड़ी बात करना. दिल्ली की जनता अब उन्हें जान गई है. चुनाव आता है तो उनका पूर्वांचलियों के प्रति उनका प्रेम जाग जाता है. जब चुनाव खत्म हो जाता है तो वे कहते हैं कि बिहार-यूपी के लोग 500 रुपये का टिकट कटाकर दिल्ली आ जाते हैं और 5 लाख रुपये का इलाज कराकर चले जाते हैं. केंद्रीय मंत्री ने दावा किया कि इस बार दिल्ली में एनडीए की सरकार बनेगी.
6 सीटों पर जदयू की नजर
दिल्ली चुनाव के लिए जदयू की कमान पार्टी के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय कुमार झा के हाथों में है. ऐसी संभावना है कि जदयू दिल्ली चुनाव में बिहार के ही लोगों को अपना उम्मीदवार बनाएगी. दिल्ली चुनाव 2025 में जदयू की नजर जिन 6 सीटों पर है उनमें बुराड़ी, संगम विहार, सीमापुरी सीट भी है. इसके अलावे पूर्वी दिल्ली की कुछ सीटों पर भी पार्टी की नजर है. इस पर भाजपा के साथ नाम फाइनल करने के बाद अंतिम निर्णय लिया जायेगा.
2015 से नहीं मिली जीत
2020 चुनाव में बीजेपी ने जदयू को दो सीट दिया था. जेडीयू दोनों सीट हार गई. उसके पहले जदयू 2010 में चार सीटों पर चुनाव लड़ा था. जिसमें से तीन सीट जीती थी. 2015 में भी जदयू दिल्ली में चुनाव लड़ी लेकिन एक भी उम्मीदवार जीत नहीं पाया.