Bihar Politics: राजद सुप्रीमो लालू यादव के बयान पर बिहार की सियासत गरमा गई है। लालू यादव ने बीते दिन सीएम नीतीश को लेकर एक हैरान कर देने वाला बयान दिया। उन्होंने कहा कि सीएम नीतीश के लिए राजद के दरवाजे हमेशा खुले हैं। अगर सीएम नीतीश वापस आते हैं तो वो उनको वापस ले लेंगे। लालू यादव के इस बयान से बिहार में सीएम नीतीश के फिर से पलटने की अफवाह को हवा मिल गई है। इस बयान पर अब सियासत तेज है। इसी बीच सीएम नीतीश के मंत्री ने भी लालू यादव के बयान पर सहमति दे दी है। उन्होंने लालू यादव के बयान पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि राजनीति में कोई स्थायी दुश्मन नहीं होता है।
नीतीश के मंत्री का बड़ा बयान
दरअसल, लालू यादव के बयान को लेकर जब बिहार सरकार के मंत्री महेश्वर हजारी से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि, राजनीति में कोई स्थायी दुश्मन नहीं होता है। बता दें कि इसके पहले लालू यादव ने एक निजी चैनल से बातचीत में कहा कि अगर सीएम नीतीश वापस आते हैं तो वो उनको रख लेंगे। उन्होंने कहा कि अगर वो(सीएम नीतीश) आते हैं तो हम क्यों नहीं साथ रखेंगे। उनके लिए दरवाजा खुला है। आए साथ रहे काम करें। लालू यादव के इस बयान के बाद सियासी हलचल तेज है।
राजनीति में कोई स्थायी दुश्मन नहीं
इसको लेकर जब बिहार सरकार के मंत्री महेश्वर हजारी से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि राजनीति में स्थायी कोई दोस्त या दुश्मन नहीं होता। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि एनडीए गठबंधन में कोई कठिनाई नहीं है। एनडीए गठबंधन इकठ्ठा है। एनडीए के सभी घटकों ने माना है कि वो सीएम नीतीश के नेतृत्व में चुनाव लड़ेंगे।
नीतीश कुमार ही होंगे अलगे सीएम
उन्होंने कहा कि सीएम नीतीश के नेतृत्व में चुनाव लड़ने का साफ मतलब है कि अगले सीएम नीतीश कुमार होंगे, तो हमलोगों को कहीं कोई कठिनाई नहीं है। वैसे राजनीति में कभी कोई स्थायी दुश्मन नहीं होता। उन्होंने कहा कि नए राज्यपाल भी इसके लिए उदाहरण पेश करने का काम किया। वो पक्ष विपक्ष के यहां गए शपथ समारोह में पक्ष विपक्ष सभी शामिल हुए। राबड़ी देवी के यहां भी गए और सीएम नीतीश के पास भी गए। जदयू के मंत्री के बयान से साफ है कि अगर एनडीए में नीतीश कुमार को उचित स्थान नहीं मिलता तो वो बड़ा फैसला ले सकते हैं।