Rahul Gandhi in Bihar : संविधान सुरक्षा सम्मेलन को लेकर पटना के बापू सभागार में राहुल गांधी ने शनिवार को एक कार्यक्रम को संबोधित किया. उन्होंने केंद्र की मोदी सरकार को संविधान विरोधी बताते हुए जमकर हमला किया. वहीं संविधान प्रदत्त शक्तियों को कम करने का आरोप भी उन्होंने केंद्र सरकार पर लगाया.
इस दौरान संविधान सुरक्षा सम्मेलन में आए लोगों को कांग्रेस की ओर से संविधान की प्रति भी बांटी गई. लेकिन राहुल गांधी की सभा में कांग्रेस ने संविधान की जो प्रतियां बांटी उसे लोगों ने नकली बता दिया. सभा में आए लोग यह देखकर हैरान थे कि जिसे संविधान की प्रति बताकर बांटा गया है उसमें सिर्फ कोरे कागज हैं.
राहुल गाँधी के कार्यक्रम में आए लोगो ने संविधान की प्रति वाली उस किताब को महज लाल किताब करार दिया. दरअसल, कांग्रेस ने जिसे संविधान बताकर बांटा उसका कवर लाल रंग का है. वहीं अंदर पहले पन्ने पर प्रस्तावना है. इसके अतिरिक्त शेष सारे पन्ने कोरे हैं. यानी सफेद, खाली पन्ने ही भरे हुए हैं. ऐसे में उपर से जिसे संविधान बताया गया, वह अंदर से एक तरह से डायरी की भांति रहा जिसमें सिर्फ कोरे पन्ने हैं. हालांकि The Constituton of India लिखे कवर पर नीचे अंग्रेजी में ही Notebook लिखा हुआ है.
कांग्रेस ने संविधान की नाम पर कोरे पन्ने वाला किताब क्यों बांटा इसे लेकर कोई भी नेता कुछ भी बोलने को तैयार नहीं दिखे. वहीं सभा आए लोग जरुर अपने साथ संविधान की प्रति के नाम पर हुए छलावे को देखकर हतप्रभ हो गए. कुछ लोगों ने इसका वीडियो बनाकर भी पोस्ट किया. कुछ यूजर्स इसे संविधान का अपमान बताये. वहीं राहुल गाँधी ने अपने सम्बोधन के दौरान संविधान में सबको मिले बराबर हक की बात करते हुए कहा था कि आप संविधान की प्रतियों को देखिए कि कैसे हमारा संविधान सबको बराबर यानी समानता का अधिकार देता है. लेकिन आज कुछ लोगों ने सारे संसाधनों पर कब्जा कर रखा है.
महाराष्ट्र में भी हुआ था विवाद
कांग्रेस द्वारा राहुल की सभाओं में संविधान के कोरे पन्ने वाला लाल किताब बांटने का यह विवाद पहले भी हो चूका है. पिछले साल नम्वबर में भी इसी तरह राहुल गाँधी की महाराष्ट्र में सभा हुई थी. तब भी लोगों के हाथों में कोरे कागज वाला किताब थमा दिया गया. इसे लेकर भाजपा ने कांग्रेस पर संविधान का अपमान करने का आरोप लगाया था.
संशोधनों के साथ संविधान का प्रकाशन कौन करता है?
एक रिपोर्ट के अनुसार सर्वे ऑफ इंडिया, देहरादून, लोकसभा की ओर से संविधान की प्रतियां प्रकाशित करता है। ये प्रतियां 22 अनुसूचित भाषाओं में प्रकाशित की गई हैं, जिन्हें नवीनतम संशोधनों के साथ अद्यतन किया गया है। ये विधि एवं न्याय मंत्रालय, विधायी विभाग, राजभाषा विंग की वेबसाइट पर उपलब्ध हैं। संविधान की नवीनतम प्रति अंतिम बार 1 मई 2024 को अद्यतन की गई थी।
संविधान में 106वां संशोधन इसमें नवीनतम परिवर्तन था और इसे 28 सितंबर, 2023 को किया गया। अंतिम संशोधन में, लोकसभा (330A), राज्य विधानसभाओं (332A) और दिल्ली विधानसभा (239AA) में एक तिहाई सीटें महिलाओं के लिए प्रभावी होने के बाद 15 वर्षों तक के लिए सुरक्षित कर दी गईं (334A)।
सरकार पॉकेट संस्करण भी प्रकाशित करती है
एक अन्य रिपोर्ट के अनुसार, एक आरटीआई के जवाब में यह जानकारी मिली है कि सरकार समय-समय पर भारतीय संविधान के पॉकेट और ए4 आकार के संस्करण को अद्यतन संशोधनों के साथ प्रकाशित कराती है। रिपोर्ट में कहा गया है कि ऐसा नियंत्रक-प्रकाशन और विधि साहित्य प्रकाशन, विधायी विभाग और नई दिल्ली में विधि एवं न्याय मंत्रालय के तहत काम करने वाले निकायों के अनुरोध और मांग पर होता है। इसमें यह भी कहा गया है कि विधि एवं न्याय मंत्रालय निजी प्रकाशकों के लिए कोई विशिष्ट निर्देश या दिशानिर्देश नहीं देता है। आरटीआई के जवाब में कहा गया है, "कागज़ और मुद्रण की गुणवत्ता पर कोई विशिष्ट दिशानिर्देश और नीति नहीं है।"
संविधान की सुरक्षा के नाम पर अक्सर आवाज उठाने वाले राहुल गाँधी ने पटना के अपने कार्यक्रम में लोगों के हाथों में कोरे कागज वाला नकली संविधान थमा दिया. संविधान के नाम पर लाल किताब के शक्ल में एक डायरी नुमा संविधान देख लोग हतप्रभ हो गए...#RahulGandhi #BiharCongress #BiharPolitics… pic.twitter.com/rLsFspGkgg
— News4Nation (@news4nations) January 18, 2025