Khan Sir: लोकप्रिय शिक्षक खान सर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जदयू में शामिल हो सकते हैं. इसके संकेत मिलने शुरू हो गये हैं. खान सर ने जदयू के शीर्ष नेता मनीष वर्मा से मुलाकात की है. गुरुवार को दोनों की यह मुलाकात हुई जिसके बारे में मनीष वर्मा ने सोशल मिडिया पर जानकारी साझा की. उनकी इस मुलाकात के बाद अटकलें लगाई जा रही हैं कि क्या खान सर जेडीयू का दामन थाम सकते हैं. जेडीयू के राष्ट्रीय महासचिव मनीष वर्मा को मौजूदा दौर में सीएम नीतीश का सबसे करीबी माना जाता है. जदयू के संगठन को सशक्त करने के लिए मनीष वर्मा लगातार सक्रिय हैं. ऐसे में छात्रों के बीच लोकप्रिय खान सर को जदयू में शामिल कराकर बिहार के युवाओं के बीच एक बड़ा संदेश दे सकते हैं.
खान सर से हुई मुलाकात के बारे में अपने सोशल मीडिया पर मनीष वर्मा ने जानकारी दी और तस्वीरें साझा की. उन्होंने कहा, 'आज पटना आवास पर बिहार और देश के जाने-माने शिक्षक खान सर का आना हुआ। उनके साथ बिहार की शिक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने सहित बिहार के विकास को लेकर सार्थक चर्चा हुई| निश्चित रूप से बिहार सहित पूरे देश के छात्रों के लिए प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी को सुलभ बनाने में आपकी भूमिका सराहनीय है।'
नीतीश कुमार से भी मुलाकात
दरअसल, खान सर की जदयू के शीर्ष नेताओं से यह कोई पहली मुलाकात नहीं है. कुछ दिनों पूर्व ही उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से भी मुलाकात की थी. हालाँकि सीएम नीतीश से हुई मुलाकात के बाद जब उनसे राजनीती में आने और जदयू ज्वाइन करने पर सवाल किया गया था तो उन्होंने इसे ख़ारिज किया था. तब उन्होंने कहा था कि वे समय लेकर नीतीश कुमार से मिलने गए थे. बच्चों और पढ़ाई के विषय पर उनकी बात नीतीश कुमार से हुई थी. वे राजनीति करेंगे तो बच्चों को पढ़ायेगा कौन ? लेकिन अब एक बार फिर से खान सर की मनीष वर्मा से मुलाकात से अटकलों का दौर तेज हो गया है.
जदयू को होगा बड़ा फायदा :पूर्व आईएएस अधिकारी मनीष वर्मा को सीएम नीतीश के बाद पार्टी में नम्बर 2 माना जाता है. यहां तक अटकलबाजी हुई कि नीतीश कुमार अगर अपनी मुख्यमंत्री की कुर्सी छोड़ते हैं तो मनीष वर्मा को सीएम बनाएंगे. वहीं अगले वर्ष होने वाले विधानसभा चुनाव के पहले मनीष वर्मा लगातार जदयू को मजबूत करने के लिए सक्रिय हैं. ऐसे में खान सर को अगर जदयू में शामिल कराया जाता है तो यह बिहार के युवाओं पर डोरे डालने में जदयू की बड़ी सफलता हो सकती है. खान सर बिहार के युवओं और छात्रों के बीच अपनी पढ़ाने की विशेष शैली को लेकर काफी लोकप्रिय हैं. जदयू में अगर वे आते हैं तो अपनी इस लोकप्रियता के सहारे वे युवा वर्ग को जदयू के पक्ष में आने की अपील कर सकते हैं.