BPSC Protest: पटना में शीतलहर का प्रकोप अपने चरम पर है। यहां तक की बिहार में "कोल्ड डे" का अलर्ट भी घोषित कर दिया गया है। इसके बावजूद भी इस ठिठुरन वाली ठंड में जनसुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर BPSC अभ्यर्थियों के साथ डटे हुएं हैं। इस कड़ाके की ठंड में प्रशांत किशोर का आमरण अनशन का आज चौथा दिन है। वह उसी उत्साह और उमंग के साथ लोगों से मिल रहें हैं और बातें कर रहें। चौथे दिन की भी शुरुआत गांधी के भजन 'रघु पति राघव राजा राम' से हुई। वहीं माना जा रहा है कि पीके के खिलाफ आज पटना जिला प्रशासन बड़ी कार्रवाई कर सकती है।
पीके पर होगी कार्रवाई?
सूत्रों से मिल रही जानकारी के अनुसार गांधी मैदान में चल रहे अनशन को खत्म करने के लिए प्रशासन बड़ी कार्रवाई कर सकती है। दरअसल, बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) ने 4 जनवरी को सफलतापूर्वक रद्द हुई परीक्षा का आयोजन पटना के 22 केंद्रों पर किया। अब जबकि पुनर्परीक्षा हो चुकी है और आयोग ने दोबारा परीक्षा कराने से इनकार कर दिया है, ऐसे में इस मुद्दे पर चल रहे अनशन की वैधता पर सवाल उठने लगे हैं।
पटना में दो प्रमुख अनशन जारी
पटना में इस समय दो अलग-अलग अनशन चल रहे हैं। पटना के गर्दनीबाग में अभ्यर्थियों का अनशन जारी है। तो वहीं दूसरी और गांधी मैदान में प्रशांत किशोर का अनशन पर बैठे हैं। जिला प्रशासन ने साफ किया है कि गर्दनीबाग में चल रहे अनशन को लेकर कोई आपत्ति नहीं है। लेकिन गांधी मैदान में प्रशांत किशोर का अनशन पटना हाई कोर्ट के निर्देशों का उल्लंघन माना जा रहा है। हाई कोर्ट ने राजधानी में किसी भी अनशन या आंदोलन के लिए केवल गर्दनीबाग को निर्दिष्ट स्थान के रूप में तय किया है, जबकि गांधी मैदान को ऐसी गतिविधियों के लिए प्रतिबंधित क्षेत्र घोषित किया गया है।
गिरफ्तार हो सकते हैं प्रशांत किशोर !
सूत्रों के मुताबिक, प्रशासन गांधी मैदान में चल रहे अनशन को समाप्त कराने के लिए बलपूर्वक कार्रवाई कर सकता है। संभावना यह भी है कि प्रशांत किशोर को गिरफ्तार किया जा सकता है। गौरतलब है कि उनके खिलाफ हाल ही में कई मुकदमे दर्ज किए गए हैं। यदि गिरफ्तारी होती है, तो यह रविवार के दिन पटना में एक हाई-वोल्टेज ड्रामा का रूप ले सकता है। इस पर राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय और लोकल मीडिया की नजरें बनी रहेंगी।
अभ्यर्थियों का आंदोलन और कोर्ट जाने की तैयारी
वहीं दूसरी ओर रद्द हुई परीक्षा के मुद्दे पर अब अभ्यर्थी 7 जनवरी को पटना हाई कोर्ट में याचिका दायर करने की तैयारी में हैं। उनका कहना है कि आंदोलन जारी रहेगा। मालूम हो कि 4 जनवरी को आयोजित पुनर्परीक्षा के लिए पटना सदर अनुमंडल में 15, दानापुर में 3, और पटना सिटी अनुमंडल में 4 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे। लेकिन अब आयोग द्वारा परीक्षा पूरी कराए जाने के बाद, इस आंदोलन के औचित्य पर सवाल उठ रहे हैं।